लखनऊ : सपा के गढ़ में यूपी भाजपा ने महिला कार्यकर्ता को दी पार्टी की कमान। सपा के गढ़ कहे जाने वाले मैनपुरी में यूपी भाजपा ने महिला कार्यकर्ता को जिले की सांगठनिक कमान सौंप कर सियासी तौर पर सभी प्रतिपक्षी दलों को भौंचक्क कर दिया है।
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यहां सपा के संस्थापक परिवार का दबदबा रहा है और पूर्व सीएम के परिवार से ही महिलाएं घर के पुरुषों के साये में सियासत में उतरीं लेकिन पहली बार भाजपा ने सपा के गढ़ में नारा शक्ति को कमान सौंप कर अहम सियासी दांव चला है।
भाजपा ने यूपी में अपने 72 सांगठनिक जिलों के अध्यक्ष की घोषणा रविवार अपराह्न कर दी है। CM Yogi की भी इसमें अहम सहमति रही है। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी ने अंतिम तौर पर तैयार सूची को सभी जिला कार्यलयों से रविवार अपराह्न इस सूची को सार्वजनिक किया।
इसमें कुल 98 सांगठनिक जिलों में से 26 पर नए अध्यक्षों की घोषणा को रोक दिया गया है। बाकी सभी घोषित कर दिए गए हैं। भाजपा ने करीब दो महीने की मशक्कत के बाद रविवार को 72 जिलाध्यक्षों की सूची जारी कर दी। इसमें पार्टी ने जातीय समीकरण के साथ विपक्ष के पीडीए फार्मूले के मात देने का प्रयास किया है। इतना ही नहीं, महिलाओं की भागीदारी का भी ख्याल रखा।
नए जिलाध्यक्षों में महिला भागीदारी 7 फीसदी
उत्तर प्रदेश में भाजपा ने रविवार को 72 जिलाध्यक्षों की सूची जारी करने के साथ ही कई सियासी दांव साधे और चले हैं। इसमें महिलाओं की महज 7 फीसदी हिस्सेदारी है। लेकिन, इसमें एक दिलचस्प बात यह है कि इस बार भाजपा ने एक नया दांव खेला है।
सपा के गढ़ मैनपुरी में किला भेदने के लिए ममता राजपूत को कमान सौंपी है। यह पहली बार है जब भाजपा ने मैनपुरी में किसी महिला को जिलाध्यक्ष की जिम्मेदारी दी है। ‘बेटी बचाओ… बेटी पढ़ाओ’, मंच से महिला सम्मान की बात करने वाली भाजपा ने संगठन में स्थान देने में महिलाओं का भी ठीक ध्यान रखा।
रविवार को जारी भाजपा जिलाध्यक्षों की सूची में ब्राहम्ण, क्षत्रिय, ओबीसी और एससी के साथ सामंजस्य बैठाने की कोशिश की गई है। हालांकि यहां पर देखने वाली बात यह है कि भाजपा ने अपनी विचारधारा के अनुरूप ही किसी भी मुस्लिम को जिले की कमान नहीं दी है। इससे यह साफ है कि पार्टी अपने सिद्धांतों के साथ किसी भी प्रकार का समझौता नहीं करेगी।
जारी हुई सूची में लोगों की निगाहें पू्र्वांचल के जिलों-महानगरों के जिलाध्यक्षों की घोषणा पर थी और विशेषकर वाराणसी और गोरखपुर को लेकर। वाराणसी में PM Modi का संसदीय क्षेत्र होने के चलते तो गोरखपुर में यूपी के CM Yogi आदित्यनाथ का पुराना राजनीतिक क्षेत्र होने के चलते।
भाजपा नेतृत्व ने वरिष्ठ भाजपा नेता जनार्दन तिवारी को दूसरी बार गोरखपुर के जिलाध्यक्ष पद की जिम्मेदारी दी है। वह संगठनात्मक चुनाव में विजयी घोषित हुए है। पार्टी के क्षेत्रीय कार्यालय से उनके नाम की रविवार की दोपहर बाद घोषणा कर दी गई।
वर्तमान में क्षेत्रीय मंत्री के पद पर कार्य कर रहे जनार्दन तिवारी युधिष्ठिर सिंह से कार्यभार ग्रहण करेंगे। भाजपा के बेनीगंज कार्यालय पर आज उनके नाम की घोषणा हो गई।

वाराणसी में महानगर अध्यक्ष बने प्रदीप, जिलाध्यक्ष होल्ड
जारी सूची में वाराणसी पर सभी की निगाहें थी क्योंकि PM Modi का यहां संसदीय क्षेत्र भी है। बीते लोकसभा चुनाव में वाराणसी में PM Modi को जीत तो गए थे लेकिन मार्जिन कम हुआ जिससे सांगठनिक ढांचे में आई कमी पर सवाल उठा दिए।
बीते लोकसभा चुनाव भाजपा चंदौली सीट हार गई थी जिसमें वाराणसी जिला और महानगर सांगठनिक क्षेत्र का एक बड़ा हिस्सा आता है। इसी लेकर सस्पेंस बना हुआ था। अब वाराणसी में भाजपा के महानगर अध्यक्ष के तौर पर प्रदीप अग्रहरी के नाम की घोषणा हो चुकी है।
प्रदीप अग्रहरी साल 2014 से 2019 तक महानगर अध्यक्ष रह चुके हैं और इन्हें संगठन के कुशल नेतृत्व के लिए जाना जाता है। बता दें कि वाराणसी में इस पद के लिए कुल 78 लोगों ने आवेदन किया था और पुरूषोत्तम खंडेलवाल ने इनके नाम की घोषणा की है। जिलाध्यक्ष पद के नाम को अभी घोषित नहीं किया गया था और अभी होल्ड पर रखा गया है।
वाराणसी के अलावा गाजीपुर में ओम प्रकाश राय, भदोही में दीपक मिश्रा, वाराणसी सटे जौनपुर के मछलीशहर में डॉ. अजय कुमार सिंह, सोनभद्र में नंदलाल गुप्ता, मऊ में रामाश्रय मौर्य, बलिया में संजय मिश्र और आजमगढ़ में ध्रुव सिंह को सांगठनिक जिलाध्यक्ष बनाया गया है।
शाहजहांपुर में केसी मिश्रा को भाजपा ने जिलाध्यक्ष बनाया है। यूपी के वित्त मंत्री सुरेश कुमार खन्ना की मौजूदगी में उनके नाम की घोषणा की गई। चुनाव प्रभारी चंद्र मोहन ने केसी मिश्रा के नाम की घोषणा की। इस दौरान महानगर चुनाव प्रभारी विजय बहादुर पाठक भी मौजूद रहे। पार्टी कार्यालय में इसकी घोषणा हुई ।
वाराणसी के सिगरा स्थित गुलाब बाग कार्यालय में आयोजित एक कार्यक्रम में चुनाव अधिकारी पुरुषोत्तम खंडेलवाल और पर्यवेक्षक सुब्रत पाठक ने पार्टी कार्यकर्ताओं और जनप्रतिनिधियों की मौजूदगी में प्रदीप अग्रहरि के नाम की घोषणा की। जैसे ही उनके नाम का ऐलान हुआ, कार्यकर्ताओं ने ‘हर हर महादेव’ के जयघोष के साथ उनका स्वागत किया।
वाराणसी महानगर के अध्यक्ष की कमान संभालने के बाद प्रदीप अग्रहरि ने कहा, “पार्टी ने जो जिम्मेदारी मुझे सौंपी है, उसे पूरी निष्ठा और ईमानदारी के साथ निभाऊंगा। मेरा प्रयास रहेगा कि संगठन को मज़बूत करने के लिए सभी कार्यकर्ताओं को साथ लेकर चलूं और 2027 के विधानसभा चुनाव में भाजपा को ऐतिहासिक जीत दिलाने के लिए पूरी शक्ति लगाऊं।”
कार्यक्रम की अध्यक्षता पूर्व महानगर अध्यक्ष विद्यासागर राय ने की। इस अवसर पर भाजपा के वरिष्ठ नेता और पदाधिकारी बड़ी संख्या में उपस्थित रहे। कार्यक्रम में प्रदेश मंत्री रविंद्र जायसवाल, विधायक एवं पूर्व मंत्री डॉ. नीलकंठ तिवारी, विधायक सौरभ श्रीवास्तव, एमएलसी धर्मेंद्र राय, मीना चौबे, नवीन कपूर, जगदीश त्रिपाठी, अशोक पटेल, राहुल सिंह, आत्मा विशेश्वर, आलोक श्रीवास्तव सहित सैकड़ों कार्यकर्ता मौजूद रहे।

झारखंड के राज्यपाल के करीबियों को घोषित सूची में मिली तवज्जो
घोषित सूची में तमाम राजनीतिक समीकरण को ध्यान में रखते हुए यूपी में भाजपा ने नए जिलाध्यक्षों की सूची जारी है। बीते लोकसभा में भाजपा ने लगातार जीत का रिकार्ड बनाने वाले और झारखंड के मौजूदा राज्यपाल संतोष गंगवार को टिकट नहीं दिया था।
तब भाजपा में शीर्ष नेतृत्व ने उनकी मौन नाराजगी को साधने के लिए उनके करीबियों को संगठन की कमान सौंपी थी। चुनावों में उसका परिणाम भी सकारात्मक दिखा और बाद में भाजपा ने संतोष गंगवार को राज्यपाल के रूप में नई पारी शुरू करने का मौका दिया।
यहीं नहीं, जारी नए जिलाध्यक्षों की सूची में भी फिर से झारखंड के मौजूदा राज्यपाल संतोष गंगवार के करीबियों को ही तजव्जो दिया गया है। राज्यपाल संतोष गंगवार के पुराने भरोसेमंद रहे अधीर सक्सेना को फिर से बरेली महानगर का अध्यक्ष बनाया गया है। इसी तरह बरेली से सोमपाल शर्मा जिलाध्यक्ष और बदायूं से राजीव गुप्ता नए जिलाध्यक्ष बने हैं।

इसके अलावा अन्य जिलों में भी इसी तरह के अन्य समीकरणों का ध्यान रखा गया। यूपी की राजधानी लखनऊ में विजय मौर्य भाजपा जिलाध्यक्ष बने हैं, जबकि आनंद द्विवेदी महानगर अध्यक्ष बने हैं, जिन्हें रक्षामंत्री राजनाथ सिंह के बेटे नीरज सिंह का करीबी माना जाता है।
इसी तरह भाजपा जिलाध्यक्षों की सूची में मेरठ से विवेक रस्तोगी, अमेठी से सुधांशु शुक्ला, फिरोजाबाद से सतीश दिवाकर, बुलंदशहर से विकास चौहान, हरदोई से अजीत सिंह बबन, कुशीनगर से दुर्गेश राय, उन्नाव से अनुराग अवस्थी, रामपुर से हरीश गंगवार, कासगंज से नीरज शर्मा भाजपा के नए जिलाध्यक्ष बनाए गए हैं।
नोएडा में महेश चौहान को भाजपा का महानगर अध्यक्ष घोषित कर दिया गया है और गौतमबुद्धनगर जिले में अभिषेक शर्मा को जिला अध्यक्ष घोषित कर दिया गया है। ललितपुर से हरीश चंद्र रावत, मैनपुरी से ममता राजपूत और मुरादाबाद से आकाश पाल को जिलाध्यक्ष बनाया गया है।
संतकबीरनगर में नीतू सिंह, महाराजगंज में अशोक उर्फ संजय पांडेय, बस्ती में विवेकानंद मिश्र, गाजियाबाद में चैनपाल सिंह को जिलाध्यक्ष और मयंक गोयल को महानगर अध्यक्ष, संभल में हरेंद्र चौधरी, बिजनौर में भूपेंद्र सिंह चौहान, मुजफ्फरनगर में सुधीर सैनी, सहारनपुर महानगर में शीतल विश्नोई को जिलाध्यक्ष बनाया गया है।
बहराइच से सर्वेश कठेरिया, मथुरा से राजू यादव, कन्नौज से वीर सिंह भदौरिया, कासगंज से नीरज शर्मा, रायबरेली से बुद्धिलाल, लालगंज से विनोद राजभर भाजपा के नए जिलाध्यक्ष बनाए गए हैं। वहीं इटावा से अनूप गुप्ता, झांसी महानगर से प्रदीप पटेल को जिलाध्यक्ष बनाया है। आगरा में महानगर अध्यक्ष की जिम्मेदारी राजकुमार गुप्ता को मिली है।