डिजीटल डेस्क : महाराष्ट्र में शपथ लेते समय देवेंद्र फडणवीस ने लिया पिता के साथ मां का भी नाम। महाराष्ट्र में मुंबई के आजाद मैदान में गुरूवार की शाम संपन्न हुए महायुति 2.0 सरकार के शपथ ग्रहण समारोह में सीएम के रूप में मराठी में देवेंद्र फडणवीस का शपथ पाठ सबसे ज्यादा चर्चा में है।
वजह यह कि शपथ पाठ सीएम और दोनों डिप्टी सीएम ने मराठी में ही किया लेकिन उसमें नई बात सीएम के शपथ में रही। वैसे महाराष्ट्र में अधिकांश लोग स्थानीय मान्यता के मुताबिक अपने नाम के बीच में पिता का नाम लिखते हैं। ऐसा पहली बार हुआ जब देवेंद्र फडणवीस ने आधिकारिक तौर पर अपनी मां का नाम लिया।
महाराष्ट्र में देवेंद्र फडणवीस ने गुरूवार को तीसरी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। इससे पहले उन्होंने वर्ष 2014 और 2019 में भी शपथ ली थी लेकिन तब उन्होंने अपनी मां का नाम शपथ ग्रहण में नहीं बोला था।
देवेंद्र फडणवीस का तीसरी बार मुख्यमंत्री पद के लिए शपथ-पाठ…
देवेंद्र फडणवीस ने गुरुवार शाम को महाराष्ट्र के नए सीएम के तौर पर शपथ ली। उनको महाराष्ट्र के राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने शपथ दिलाई। देवेंद्र फडणवीस ने शपथ ग्रहण करने के दौरान सबसे पहले बोला – ‘मी देवेंद्र सरिता गंगाधरराव फडणवीस ईश्वर साक्ष शपथ घेतो….’।
शपथ ग्रहण के दौरान भी उन्होंने अपने नाम के साथ अपनी मां का नाम जोड़ा। सरिता उनकी मां हैं और गंगाधर राव उनके पिता का नाम है। ऐसा पहली बार हुआ जब देवेंद्र फडणवीस ने आधिकारिक तौर पर अपनी मां का नाम लिया। समारोह के लोगों में वितरित निमंत्रण कार्ड में भी फडणवीस के नाम के साथ उनकी मां का नाम लिखा गया था।
महाराष्ट्र में स्थानीय मान्यता के मुताबिक लोग अपने नाम के बीच में पिता का नाम लिखते हैं। मगर देवेंद्र फडणवीस के शपथ ग्रहण समारोह के कार्ड के उनके नाम के बीच में मां का नाम लिखे होना सियासी गलियारे में खासा चर्चा का विषय है।
समारोह के लोगों में वितरित कार्ड में भी फडणवीस के नाम के साथ उनकी मां का नाम लिखा गया था। इसमें उनका पूरा नाम देवेंद्र सरिता गंगाधरराव फडणवीस लिखा था।

चुनाव के शपथ-पत्र में भी देवेंद्र फडणवीस ने लिखा केवल अपने पिता का नाम…
देवेंद्र फडणवीस ने तीसरी बार मुख्यमंत्री पद के लिए शपथ-पाठ की सियासी गलियारे में चर्चा अनेक तर्कों के साथ चल निकली है। बताया जा रहा है कि इस बार विधानसभा चुनाव के दौरान दाखिल किए गए शपथ पत्र में भी उन्होंने अपना नाम देवेंद्र गंगाधरराव फडणवीस लिखा था।
इस क्रम में सीएम देवेंद्र फडणवीस और उनके माता-पिता को लेकर तमाम रोचक जानकारियां भी सामने आ रही हैं। देवेंद्र फडणवीस के पिता गंगाधरराव फडणवीस की कैंसर से मौत हो गई थी। तब देवेंद्र 16 साल के थे। उनकी माता सरिता फडणवीस अमरावती के प्रतिष्ठित कालोटी परिवार से ताल्लुक रखती हैं। वे विदर्भ हाउसिंग क्रेडिट सोसाइटी की पूर्व निदेशक रह चुकी हैं।
इस चुनाव में जीत के बाद भाजपा नेता देवेंद्र फडणवीस की मां सरिता फडणवीस ने कहा था कि –‘ …मेरा बेटा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का ‘पसंदीदा’ है और भाजपा में हर कोई चाहता है कि वह महाराष्ट्र का अगला मुख्यमंत्री बने। मेरा बेटा चुनौतियों से पार पाना जानता है। पार्टी में हर कोई चाहता है कि वह अगला मुख्यमंत्री बने।
…यह स्पष्ट है कि अन्य लोग भी चाहते हैं कि वह यह भूमिका निभाए। वह वास्तव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पसंदीदा है, जो उसे अपना बेटा मानते हैं। उनके बेटे की अथक मेहनत और लोगों के प्यार ने उन्हें यह जीत दिलाई।
…पिछले दो वर्षों में विपक्ष की तरफ से बेटे को निशाना बनाया गया था। यही कारण है कि बेटे ने खुद को आधुनिक समय का अभिमन्यु बताया। देवेंद्र जानता है कि चुनौतियों का सामना कैसे करना है’।

जनसंघी थे और नागपुर से महाराष्ट्र विधान परिषद के सदस्य भी थे देवेंद्र फडणवीस के पिता…
54 साल के देवेंद्र फडणवीस महाराष्ट्र भाजपा के सबसे बड़े नेता हैं। उन्होंने सियासत में काफी चुभने वाले और अप्रत्याशित उतार-चढ़ाव देखे हैं। वह एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली महायुति सरकार में उपमुख्यमंत्री रहे। देवेंद्र फडणवीस महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री और भाजपा के प्रदेश इकाई के अध्यक्ष भी रह चुके हैं।
22 जुलाई 1970 को नागपुर में एक मध्यमवर्गीय महाराष्ट्रीयन परिवार में देवेंद्र फडणवीस का जन्म हुआ था। उनके माता-पिता काफी प्रतिष्ठित थे, जो सार्वजनिक सेवा और सामाजिक सक्रियता में सक्रिय रूप से शामिल थे। पिता गंगाधरराव फडणवीस जनसंघ के सदस्य थे और वह नागपुर से महाराष्ट्र विधान परिषद के सदस्य भी रहे।
आपातकाल के दौर में जब देश भर में विरोधी नेताओं को जेल में डाला गया तो उनमें से एक देवेंद्र के पिता गंगाधरराव भी थे। गंगाधरराव को एक विरोध रैली के दौरान गिरफ्तार कर लिया गया और उन्हें लंबे समय तक जेल में रखा गया।

महाराष्ट्र में कार्यकाल पूरा करने वाले दूसरे सीएम देवेंद्र फडणवीस के नाम हैं कई सियासी रिकार्ड..
देवेंद्र फडणवीस के नाम महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री के रूप में कई रिकॉर्ड दर्ज हो चुके हैं। वह महाराष्ट्र में भाजपा के पहले मुख्यमंत्री बने थे। महाराष्ट्र में मुख्यमंत्री के रूप में कार्यकाल पूरा करने वाले वह दूसरे सीएम हैं। साथ ही, उन्हीं के नाम पर राज्य में सबसे कम समय तक के लिए मुख्यमंत्री बनने का रिकॉर्ड भी है।
मुख्यमंत्री के रूप में फडणवीस अपने दूसरे कार्यकाल के दौरान केवल चार दिनों तक पद पर रहे। फिर विधानसभा में बहुमत साबित न होते देख उन्होंने पद से इस्तीफा दे दिया था।
फडणवीस से पहले महाराष्ट्र में सबसे कम समय तक के लिए मुख्यमंत्री रहने का रिकॉर्ड पीके सावंत के नाम पर था। वह 25 नवंबर से चार दिसंबर 1963 तक 10 दिनों के लिए महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री रहे। उनको एम कन्नमवार के निधन के बाद कार्यवाहक मुख्यमंत्री बनाया गया था।
फडणवीस राज्य के दूसरे सबसे युवा मुख्यमंत्री बने थे। पहली बार वह 44 साल की उम्र में इस पद तक पहुंचे थे। महाराष्ट्र में सबसे अधिक समय तक मुख्यमंत्री के रूप में काम करने का रिकॉर्ड वसंतराव नाइक के नाम दर्ज है। वह 11 साल 77 दिनों तक राज्य के मुख्यमंत्री रहे। वह दिसंबर 1963 से फरवरी 1975 तक इस पद पर रहे। शरद पवार राज्य के सबसे युवा मुख्यमंत्री रह चुके हैं और उन्होंने 38 साल की उम्र में यह पद संभाला था।
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