Thursday, October 23, 2025
Loading Live TV...

Latest News

Kaimur: तालाब में डूबने से बच्चे की मौत, परिजनों में मचा कोहराम

Kaimur: जिले से इस वक्त की दर्दनाक खबर सामने आ रही है। मोहनिया थाना क्षेत्र के दसौती गांव में तालाब में नहाने के दौरान एक 12 वर्षीय बच्चे की डूबकर मौत हो गई। घटना के बारे में बताया जा रहा है कि दसौती गांव निवासी प्रेमचंद खरवार का 12 वर्षीय पुत्र कन्हैया खरवार अपने दोस्तों के साथ गांव के बाहर बने तालाब में नहा रहा था। इस दौरान वह अचानक गहरे पानी में चला गया और डूब गया।Kaimur: तालाब में डूबने से बच्चे की मौत घटना की जानकारी मिलते ही गांव के लोग मौके पर पहुंचे और बच्चे को किसी...

RJD खेमे के अति पिछड़ा नेताओं में मची भगदड़ कई प्रमुख नेताओं ने थामा JDU का दामन

पटना : जनता दल यूनाइटेड (JDU) प्रदेश कार्यालय पटना में आज आयोजित मिलन समारोह में राष्ट्रीय जनता दल (RJD) खेमे के अति पिछड़ा समाज के कई प्रमुख नेता जो पूर्व में जदयू से जुड़े रहे थे घर वापसी की। इनमें मुख्य रूप से वैशाली के पूर्व लोकसभा प्रत्याशी एवं राज्य मछुआरा आयोग के पूर्व उपाध्यक्ष विजय कुमार साहनी, पूर्व विधान पार्षद गणेश भारती और वरिष्ठ नेता कुंडल वर्मा शामिल हैं। इन तीनों नेताओं के साथ ही सैकड़ों कार्यकर्ता भी जदयू परिवार का हिस्सा बने।JDU के कार्यकारी अध्यक्ष संजय झा ने सभी को पार्टी की सदस्यता दिलवायी इस मौके पर सभी...

दानापुर में चुनावी माहौल गरमाया, मीसा ने RJD कार्यालय का किया उद्घाटन, NDA पर किया तीखा हमला

दानापुर : दानापुर में चुनावी माहौल गरमा गया है। सगुना मोड़ स्थित राष्ट्रीय जनता दल (RJD) कार्यालय के उद्घाटन के मौके पर सांसद मीसा भारती ने एनडीए पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि भाजपा ने ऐसा उम्मीदवार दिया है जो न परिवार को छोड़ता है, न पार्टी को छोड़ता बस दूसरों को आगे बढ़ने नहीं देता। मीसा ने चुटकी लेते हुए कहा कि जब वे राजद में थे तब भी किसी को आगे बढ़ने नहीं दिया और अब भाजपा में जाकर वहीं रवैया अपनाए हुए हैं।महागठबंधन का मकसद साफ है कि तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री बनाना - मीसा...

जून में मिला Appointment Letter, लेकिन चार महीने बाद भी नहीं हुआ Posting

“Efficient supply chain and cargo logistics service in Bihar and Jharkhand”
Advertisment

झारखंड कृषि विभाग में जून में 12 अधिकारियों की नियुक्ति के बाद भी चार महीने बीत गए, लेकिन अब तक पदस्थापन नहीं हुआ। चयन प्रक्रिया पर उठे सवाल।


रांची: झारखंड कृषि विभाग में जून माह में एक दर्जन अधिकारियों की Appointment Letter मिलने के बावजूद अब तक उनका पदस्थापन नहीं हो सका है। ये सभी अधिकारी जिला स्तर पर उप परियोजना निदेशक (Sub Project Director) पद के लिए चयनित किए गए थे।

14 जून को रांची में आयोजित एक समारोह में कृषि मंत्री शिल्पी नेहा तिर्की ने सभी चयनित अधिकारियों को नियुक्ति पत्र सौंपे थे। लेकिन, चार महीने बीत जाने के बाद भी इन अधिकारियों को कार्यस्थल आवंटित नहीं किया गया है, जिससे उनमें निराशा है।


Key Highlights:

  • जून में कृषि विभाग ने 12 अधिकारियों की की थी नियुक्ति

  • 14 जून को कृषि मंत्री शिल्पी नेहा तिर्की ने सौंपे थे नियुक्ति पत्र

  • चार महीने बाद भी पदस्थापन आदेश जारी नहीं

  • चयन प्रक्रिया की पारदर्शिता पर उठे सवाल, जांच की गई

  • कृषि निदेशक ने पूरी चयन प्रक्रिया की कराई पुनः जांच

  • चयनित अधिकारी विभाग से कर रहे हैं बार-बार संपर्क


15 साल बाद हुई बहाली, फिर भी अधर में फंसा मामला

इस पद पर लगभग 15 साल बाद बहाली की गई थी। 2010 से यह पद रिक्त था। चयन प्रक्रिया में तत्कालीन कृषि निदेशक डॉ. ताराचंद सहित विभाग से बाहर के विशेषज्ञ भी शामिल थे।
कंप्यूटर आधारित परीक्षा और इंटरव्यू के बाद चयनित उम्मीदवारों की सूची जारी की गई थी। सभी अभ्यर्थियों ने 20 जून को समेति कार्यालय में योगदान भी दे दिया था।

लेकिन योगदान देने के बाद कुछ उम्मीदवारों ने चयन प्रक्रिया की पारदर्शिता पर सवाल उठाते हुए जांच की मांग की। लिखित शिकायत कृषि निदेशक कार्यालय में दी गई थी।

कृषि निदेशक ने कराई जांच, लेकिन निर्णय अटका

शिकायतों के बाद कृषि निदेशक भोर सिंह यादव ने पूरी चयन प्रक्रिया की दोबारा जांच कराई।
जांच टीम ने सभी आवेदकों की शिकायतों और अंकों की समीक्षा की और रिपोर्ट कृषि विभाग को सौंप दी। लेकिन, विभाग ने अब तक कोई अंतिम निर्णय नहीं लिया है।

सूत्रों के अनुसार, विभाग पिछले एक महीने से इस पर मंथन कर रहा है और स्क्रूटनी कमेटी द्वारा दिए गए अंकों की पुनः समीक्षा करने का प्रस्ताव दिया गया है।

क्या हैं शिकायतें?

चयन प्रक्रिया में पारदर्शिता की कमी का आरोप कई आवेदकों — मनोज यादव, संतोष कुमार यादव, अनिल यादव और इला चंदन — ने लगाया है।
इनका कहना है कि चयन प्रक्रिया में अंक गलत तरीके से दिए गए, जिससे योग्य उम्मीदवारों को नुकसान हुआ।

विभाग की चुप्पी से नाराज चयनित उम्मीदवार

चयनित अधिकारियों ने कई बार विभाग से संपर्क कर पदस्थापन आदेश जारी करने की मांग की है, लेकिन उन्हें केवल “प्रक्रिया जारी है” का जवाब मिला है।
अब मामला कृषि विभाग के उच्च स्तर पर विचाराधीन है, और उम्मीद की जा रही है कि आगामी दिनों में कोई निर्णय लिया जा सकता है।

Highlights

Related Posts

पाकिस्तान से ड्रोन के जरिए हथियार मंगवाने की उच्चस्तरीय जांच कराएं...

Ranchi: भाजपा प्रदेश अध्यक्ष एवं नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी ने झारखंड की कानून-व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े किए हैं। उन्होंने कहा कि राज्य में...

झारखंड पुलिस के जवान ने की आत्महत्या, फांसी लगाकर दी जान,...

Ranchi: राजधानी के जगन्नाथपुर थाना क्षेत्र से एक दर्दनाक खबर सामने आई है। झारखंड सशस्त्र पुलिस (JAP)-2 के एक जवान ने अपने सरकारी आवास...

SSC CHSL Exam 2025 Update: अब अभ्यर्थी खुद चुन सकेंगे परीक्षा...

SSC CHSL 2025 में बड़ा बदलाव, अब अभ्यर्थी खुद चुन सकेंगे परीक्षा शहर, सेंटर और स्लॉट। आयोग ने 28 अक्टूबर तक स्लॉट चयन का...
152,000FansLike
25,000FollowersFollow
628FollowersFollow
651,000SubscribersSubscribe
WhatsApp Join our WhatsApp Channel