Sarath: सारठ विधानसभा क्षेत्र स्थित एसपी माइंस चितरा कोलियरी से सटे खून और बनवारी डंगाल गांव के विस्थापितों की समस्याएं लगातार बढ़ती जा रही हैं। सालों से स्थानीय ग्रामीण और विस्थापित सड़क निर्माण और दोनों गांवों के बीच स्थित जोरिया पर चेकडैम बनाने की मांग कोलियरी प्रबंधन से कर रहे हैं। मगर प्रबंधन द्वारा अब तक इस दिशा में कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है।
उदासीन रवैये से विस्थापितों में आक्रोशः
इसी लापरवाही और उदासीन रवैये के कारण विस्थापितों में गहरा आक्रोश है। ग्रामीणों का कहना है कि बार-बार गुहार लगाने के बावजूद उनकी समस्याओं को सुनने वाला कोई नहीं है। अब विस्थापित ग्रामीण कोलियरी प्रबंधन के खिलाफ आंदोलन और धरना–प्रदर्शन करने की रणनीति तैयार कर रहे हैं।
अनदेखी बर्दाश्त नहीं की जाएगीः
स्थानीय जनप्रतिनिधि भी अब इस मुद्दे पर खुलकर सामने आ गए हैं। जिला परिषद सदस्य मिसिल हांसदा और जेएलकेएम के नेता अरुण महतो ने दोनों गांवों का दौरा कर विस्थापित परिवारों की समस्याओं की जानकारी ली। उन्होंने साफ कहा कि यह विस्थापितों का अधिकार का मामला है। जब जमीन, घर और संसाधन ले लिए गए, तो बदले में बेहतर जीवन-सुविधा देना कोलियरी प्रबंधन की जिम्मेदारी है। अब और अनदेखी बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने कहा कि यदि तत्काल सड़क और चेकडैम निर्माण की दिशा में कदम नहीं उठाया गया, तो बड़ा जन आंदोलन किया जाएगा।
रिपोर्टः हरे कृष्ण मिश्र
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