पूर्वी चंपारण: बिहार में पूर्ण शराबबंदी लागू है बावजूद इसके अवैध शराब का कारोबार बदस्तूर जारी है। हालाँकि पुलिस प्रशासन अवैध शराब के खिलाफ लगातार कार्रवाई जरूर करती है लेकिन शराब माफियाओं के आगे सब फेल साबित हो रहा है। इधर सारण, सिवान और गोपालगंज में जहरीली शराब से दर्जनों लोगों की मौत का मामला सामने आने के बाद पूरे राज्य में पुलिस प्रशासन अलर्ट हो गया।
वहीं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक के बाद शराब माफियाओं के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई करने का भी निर्देश दिया है। इसका असर पूर्वी चंपारण में भी दिखने लगा है। पुलिस ने ड्रोन की मदद से पिछले दिनों कई अवैध शराब निर्माण फैक्ट्री का भंडाफोड़ किया और करीब तीस हजार लीटर महुआ शराब नष्ट किया। इस दौरान पुलिस ने भारी मात्रा में स्पिरिट और देश शराब बनाने के अन्य उपकरण भी बरामद करने के साथ ही कई शराब माफियाओं को भी गिरफ्तार करने में सफलता पाई।
अब एक बार फिर जिले के एसपी स्वर्ण प्रभात ने सभी अनुमंडल पदाधिकारी, सभी थानाध्यक्ष और चौकीदारों को प्रत्येक पंचायत से पांच पांच शराब माफियाओं का लिस्ट बनाने का निर्देश दिया है। एसपी के निर्देशानुसार पंचायत स्तर पर शराब माफियाओं की पहचान कर उसके ऊपर शिकंजा कसने की कवायद में जुट गई है। मामले में एसपी ने लोगों से भी अपील की है कि अवैध शराब माफियाओं की सूचना पुलिस को दें। वहीं शराब माफियाओं को इस कारोबार से किनारा करने का आदेश दिया है।
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मोतिहारी से सोहराब आलम की रिपोर्ट
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