हजारीबाग में धर्म परिवर्तन नहीं करने पर बिरहोर महिला की पिटाई

हजारीबागः जिले में धर्म परिवर्तन का मामला सामने आया है. धर्म परिवर्तन नहीं करने पर बिरहोर महिला की पिटाई की गई है. दारु प्रखंड के इरगा पंचायत के बड़वार बिरहोर टोला में कुछ परिवारों द्वारा ईसाई धर्म में शामिल होने और कुछ अन्य लोगो को शामिल करने के कारण यहां की स्तिथि खराब होती जा रही है. यहां पर कुछ साल पूर्व बिरोहोर के 30 सदस्य धर्म परिवर्तन कर चुके हैं. जिसका विरोध अन्य बिरहोर हमेशा से करते रहे है. इसी बात को लेकर सावित्री विरहोर और पति गुल्लू विरहोर ने अपने धर्म परिवर्तन को गलत बताते हुए वापस अपने धर्म मे आने की गुजारिश की. जिसके बाद ईसाई धर्म से जुड़ी बिरहोर महिलाओं ने मिलकर उसकी जबरजस्त पिटाई कर दी.

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इस बात से नाराज दोनों पक्ष के लोग आमने सामने आ गए और कभी भी इस मुद्दे को लेकर दोनो पक्षो में खूनी झड़प हो सकती है. इसी मुद्दे को लेकर शनिवार को दोनो पक्षों के बीच समाज के प्रबुद्ध लोगों ने पंचायत कर मामले को सुलझाने का प्रयास किया था. सोमवार को एक बार फिर दोनों पक्ष इसी मुद्दे को लेकर आमने सामने आ गए और दो महिलाओं के बीच एक बार फिर मारपीट हो गई.

इस मामले में टहल बिरहोर ने बताया कि जिन लोगों ने ईसाई धर्म अपनाया है, वे हर रविवार को धर्म प्रचारक चरण मरांडी को अपने घर बुलाकर ईसाई धर्म की प्रार्थना करते है. जिनका वे विरोध करते है. 6 परिवार के जिन लोगों ने धर्म परिवर्तन किए है. वे मूल रूप से मल्हार जाति के है. जिन्हें यहां बिरहोर का दर्जा दिया गया. अब ये बिरहोर से ईसाई धर्म मे शामिल हो गए. फिर भी बिरहोर जाति के नाम पर राशन, आवास, पेंशन सहित अन्य सुबिधा का लाभ उठा रहे है. इन्हें इन सुविधाओं से हटाया जाना चाहिए. बिरहोर टोला में आए दिन इस मुद्दे को लेकर टकराव की स्तिथि बन रही है, यदि इस मुद्दे को नहीं सुलझाया गया तो कभी भी हिंसक रूप ले सकता है.

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