नवादा/सासाराम/नालंदा : ठंड का सितम जारी है। जनजीवन पूरी तरह से प्रभावित है। बिहार के कई जिलों में जबरदस्त ठंड पड़ रही है। नवादा, सासाराम और नालंदा में घने कोहरे से वाहनों की रफ्तार रोक दी है। नवादा में कोहरा इतना है कि लोग घरों से निकलने से परहेज कर रहे हैं। सोमवार को भी कोहरा पूरे जिले में छाया रहा। मौसम विभाग की माने तो अगले तीन दिनों के दौरान न्यूनतम तापमान में दो से चार डिग्री सेल्सियस की वृद्धि हो सकती है, इससे लोगों को ठंड से हल्की राहत मिलने के आसार हैं। आज अहले सुबह में घना कोहरा छाए रहने के कारण जनजीवन अस्त्र-व्यस्त दिखा। बीते रात कोहरे के कारण सड़कों पर गाड़ियां लाइट जला कर रेंगते नजर आई। वहीं किऊल-गया रेल खंड पर कोहरे के कारण ट्रेन भी धीमी गति से चलने को मजबूर है। ठंड से बचने के लिए लोग अलाव का सहारा ले रहे हैं।
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सासाराम में भी पड़ रही हौ कड़ाके की ठंड, स्कूली बच्चे परेशान
सासाराम में इन दोनों कड़ाके की ठंड पड़ रही है। सुबह से ही जनजीवन प्रभावित है। ऐसे में स्कूली बच्चे काफी परेशान हैं। सुबह से ही इस घने कोहरे में बच्चों को स्कूल जाते देखा जा रहा है। ज्यादातर निजी विद्यालय 8:30 बजे सुबह से ही शुरू हो जा रहे हैं। सुबह सबेरे स्कूल जाने वाले बच्चे जिलाधिकारी से मांग कर रहे हैं कि या तो स्कूल के टाइमिंग में बदलाव किया जाए या फिर अगले कुछ दिनों के लिए स्कूल को बंद रखा जाए। क्योंकि काफी ठंड है और सुबह-सुबह स्कूल जाने में दिक्कत हो रही है। कक्षा में भी ठंड लग रही है। वहीं दूसरी और कामकाजी लोग आग जलाकर ठंढ भगाने की कोशिश कर रहे हैं। तापमान आठ डिग्री से भी नीचे चला गया है। बता दें कि ठंड से जन जीवन पूरी तरह से प्रभावित है। आग ही एक सहारा है। जिला प्रशासन द्वारा अभी तक अलाव की मुकम्मल व्यवस्था नहीं की गई है।

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कपकपाती ठंड के बीच वितरण किया गया कंबल
नालंदा जिले के हिलसा प्रखंड के कामता पंचायत में कंबल वितरण कार्यक्रम आयोजित किया गया है। जहां जदयू नेता पूर्व एलएलसी राजु यादव एवं पूर्व मुखिया पवन कुमार द्वारा मदारपूर गांव में 500 गरीबों के बीच कंबल वितरण किया है। इस दौरान पूर्व एलएलसी राजू यादव ने कहा कि इस समय ठंड में काफी वृद्धि हुई है और गरीबों को ठण्ड के समय काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है। जिसको लेकर समाजसेवी पवन कुमार ने ठंड से लोगों को बचाने के लिए कंबल वितरण करने का जो निर्णय लिया है। वह काफी सराहनीय कदम है।

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अनिल कुमार, राकेश कुमार और सलाउद्दीन की रिपोर्ट