रांची: उच्च शिक्षा विभाग अब नीट यूजी, जेईई मेन और अन्य राष्ट्रीय स्तर की प्रवेश परीक्षाओं के प्रश्नपत्रों की समीक्षा करेगा। इसके लिए सचिव डॉ. विनीत जोशी की अध्यक्षता में एक विशेषज्ञ समिति गठित की गई है। यह समिति यह जांचेगी कि क्या इन परीक्षाओं में पूछे गए प्रश्न कक्षा 11वीं और 12वीं के स्तर के अनुरूप हैं या नहीं, और क्या वे एनसीईआरटी आधारित हैं।
समिति का मुख्य उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि सभी राष्ट्रीय परीक्षाओं में एक समान कठिनाई स्तर के प्रश्न पूछे जाएं। साथ ही यह देखा जाएगा कि क्या छात्रों को प्रश्नपत्रों के कठिनाई स्तर को लेकर समस्याएं हो रही हैं। प्रश्नों का विश्लेषण कर यह भी पता लगाया जाएगा कि किस प्रकार के प्रश्नों पर छात्रों का प्रदर्शन कमजोर होता है और क्या कुछ प्रश्न 12वीं के सिलेबस से बाहर भी होते हैं।
डॉ. विनीत जोशी ने कहा कि समिति द्वारा की गई समीक्षा के आधार पर, जेईई मेन, नीट यूजी और सीयूईटी यूजी जैसे प्रमुख परीक्षाओं में बदलाव की सिफारिश की जाएगी ताकि प्रश्नपत्र ज्यादा संतुलित और सिलेबस के अनुरूप बन सकें।
उल्लेखनीय है कि इस वर्ष नीट यूजी के प्रश्नपत्र को लेकर छात्रों ने एनटीए को कई शिकायतें भेजीं थीं। छात्रों का कहना था कि परीक्षा के विभिन्न शिफ्टों में कठिनाई स्तर में असमानता थी—कुछ शिफ्टों के प्रश्न बहुत आसान थे जबकि कुछ में अत्यधिक कठिन। साथ ही कुछ प्रश्न 12वीं कक्षा के एनसीईआरटी सिलेबस से बाहर के भी पाए गए।
अब इन सभी मुद्दों पर विस्तार से अध्ययन कर उपयुक्त बदलाव की सिफारिश की जाएगी, ताकि भविष्य में होने वाली परीक्षाएं और अधिक पारदर्शी और सुसंगत बन सकें।