नीतीश के कहने से नहीं छोडूंगा जेडीयू
पटना : बिहार में सीएम नीतीश कुमार और जदयू संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा में तकरार दिन पर दिन बढ़ती जा रही है. नीतीश के बयानों पर अब उपेंद्र कुशवाहा ने पलटवार किया. उन्होंने कहा कि मीडिया के जरिए मुझसे बातचीत की शुरुआत नीतीश कुमार ने की. जब जब नीतीश कुमार कमजोर हुए पार्टी को जरूरत पड़ी तो उपेंद्र कुशवाहा याद आया.
अभी भी समय है अपने और पराए को पहचानिए. उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार अपने संतान की कसम खाकर बोलें कि क्या उपेंद्र कुशवाहा अपने मर्जी से पार्टी में आए. सीएम नीतीश मुझे मिलने का समय दें. नीतीश कुमार के साथ सत्ता में बैठे ज्यादातर लोग आए गए वाले हैं. ज्यादातर नेता समता पार्टी के दौर से उनके साथ आते जाते रहे, मैं आए गए वालों में से नहीं हूं.
जो कहना था मैंने पहले ही कह दिया
उपेंद्र कुशवाहा के बयान पर नीतीश ने कहा कि मुझे कुछ नहीं कहना. जो कहना है मैंने पहले ही कह दिया है. आपस में चर्चा होनी चाहिए. रोज-रोज बुलाएंगे. पार्टी में मिलकर बात करना चाहिए. मीडिया में नहीं. उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि नीतीश या किसी के कहने से जेडीयू छोड़कर नहीं जाऊंगा. जेडीयू को बचाने की लड़ाई लड़ेंगे. उन्होंने ललन सिंह को सीधी चुनौती दी. उन्होंने कहा कि 2 फरवरी को किसी भी कीमत पर स्व. जगदेव प्रसाद की जयंती मनाएंगे. जेडीयू नेतृत्व के कहने से आयोजन नहीं रुकेगा. ये आयोजन गैर राजनीतिक संगठन के बैनर तले होगा.

नीतीश अभी बात करें तो कम नुकसान होगा
कुशवाहा ने नीतीश कुमार को सलाह दी कि अपने और पराए को पहचानिए. कुछ लोग नीतीश कुमार को हैंडल कर रहे हैं. नीतीश को अपनी मर्जी से काम करना चाहिए. नीतीश अभी बात करें तो उन्हें कम नुकसान होगा, देर हो गई तो नुकसान ज्यादा होगा.
उन्होंने नीतीश से राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक बुलाने की मांग की. उन्होंने कहा कि पार्टी फोरम पर बात रखने के लिए जेडीयू अध्यक्ष कार्यकारिणी की बैठक जल्द बुलाएं. इस बैठक में आरजेडी से डील को लेकर बात सामने आए.
रिपोर्ट: प्रणव राज