रांची: बिजली चोरी पर रोक लगाने के लिए झारखंड राज्य में जोरदार कार्रवाई की जा रही है। जेबीवीएनएल के प्रबंध निदेशक अविनाश कुमार के निर्देश पर 11 और 13 जून को राज्यभर में विशेष महाअभियान चलाया गया। इस दौरान 109 टीमों ने कुल 10,770 परिसरों में छापेमारी की, जिसमें 1,344 मामलों में बिजली चोरी पकड़ी गई। पकड़े गए उपभोक्ताओं पर कुल दो करोड़ 33 लाख रुपये का जुर्माना लगाया गया है और संबंधित थानों में प्राथमिकी भी दर्ज कराई गई है।
इस राज्यव्यापी अभियान में डालटनगंज सर्किल सबसे आगे रहा, जहां 136 बिजली चोरी के मामले सामने आए। इसके बाद हजारीबाग में 135, और रांची में 134 मामले पकड़े गए। अन्य जिलों में भी बड़ी संख्या में बिजली चोरी के मामले उजागर हुए – जमशेदपुर में 105, चाईबासा में 102, देवघर में 90, रामगढ़ में 83, गिरिडीह में 82, धनबाद में 80, चास में 89, साहिबगंज में 93, गुमला में 63, दुमका में 54, गढ़वा में 41 और कोडरमा में 57 मामले सामने आए।
इस महाअभियान के दौरान रांची के डोरंडा थाना क्षेत्र में एक घटना ने प्रशासन की चिंताओं को और बढ़ा दिया। 13 जून को डोरंडा के मनीटोला हिंदुस्तान चौक के पास बिजली चोरी की जांच कर रही विभागीय टीम पर एक आरोपी ने हमला कर दिया। जेई रंजीत कुमार द्वारा दर्ज शिकायत के अनुसार, छापेमारी के दौरान मो इमरान खान और उसके सहयोगी आदिल ने टीम के साथ धक्का-मुक्की, गाली-गलौज की और जेई को घूंसा मारकर गिरा दिया। आरोपियों ने भीड़ को उकसाने और सरकारी कार्य में बाधा डालने की भी कोशिश की। इस वजह से उस परिसर का बिजली कनेक्शन काटा नहीं जा सका और छापेमारी अधूरी रह गई।
बिजली विभाग ने स्पष्ट किया है कि राज्यभर में ऐसे अभियानों को लगातार चलाया जाएगा और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।