विकसित बिहार की ओर मजबूत कदम, जानिए क्या है खास। गंगा से लेकर गोरखपुर तक… बिहार में विकास की नई लहर। 5900 करोड़ की सौगात, बिहार को पीएम मोदी ने दी विकास योजनाओं की झड़ी। सीवान से चली वंदे भारत, मढ़ौरा से अफ्रीका जाएगा ‘मेक इन बिहार’ इंजन। शहरों को शुद्ध जल, गरीबों को पक्का घर – डबल इंजन सरकार ने बदला बिहार का नक्शा
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पटना: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज बिहार को 5900 करोड़ रुपये से अधिक की लागत वाली 28 विकास परियोजनाओं की सौगात दी। सीवान के पचरुखी प्रखंड के जसौली गांव से प्रधानमंत्री ने इन परियोजनाओं का उद्घाटन, शिलान्यास और शुभारंभ किया। ये योजनाएं आवास, शहरी विकास, जल शक्ति, ऊर्जा और रेल सेक्टर से जुड़ी हैं। प्रधानमंत्री ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की सराहना करते हुए कहा कि डबल इंजन की सरकार के तहत बिहार ने विकास की रफ्तार तेज की है और यह पूरे देश के लिए प्रेरणा बन रहा है। उन्होंने कहा कि आज भारत की उपलब्धियों की चर्चा विदेशों में हो रही है, उसमें बिहार का भी बड़ा योगदान है।
लोकोमोटिव निर्माण में ऐतिहासिक कदम
मढ़ौरा की लोकोमोटिव फैक्ट्री से अब भारत पहली बार अफ्रीकी देश गिनी को ‘मेक इन इंडिया’ डीजल इंजन निर्यात करेगा। यह न केवल बिहार बल्कि देश के औद्योगिक इतिहास में एक नया अध्याय है। इससे न केवल स्थानीय स्तर पर रोजगार के अवसर बढ़ेंगे, बल्कि बिहार वैश्विक औद्योगिक नक्शे पर अपनी पहचान बनाएगा।
वैशाली-देवरिया रेल परियोजना के लिए 400 करोड़ रुपये
प्रधानमंत्री ने पटना के पाटलिपुत्र स्टेशन से यूपी के गोरखपुर तक ‘वंदे भारत एक्सप्रेस’ ट्रेन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। यह ट्रेन न केवल यात्रा को तेज, सुरक्षित और आरामदायक बनाएगी, बल्कि क्षेत्रीय संपर्क को भी मजबूती देगी। सीवान रेलवे स्टेशन को 40.13 करोड़ रुपये की लागत से विश्वस्तरीय मॉडल स्टेशन के रूप में विकसित किया जाएगा। साथ ही वैशाली-देवरिया रेल परियोजना के लिए 400 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं।
2183 करोड़ रुपये की जलापूर्ति और सीवरेज परियोजनाओं का शिलान्यास
अमृत योजना के तहत 2183 करोड़ रुपये की जलापूर्ति और सीवरेज परियोजनाओं का शिलान्यास किया गया। आरा, सीवान और सासाराम जैसे शहरों को स्वच्छ पेयजल और आधुनिक सीवरेज व्यवस्था मिलेगी। प्रधानमंत्री आवास योजना (शहरी) के अंतर्गत 53,000 से अधिक लाभार्थियों को लगभग 540 करोड़ रुपये की सहायता राशि हस्तांतरित की गई है। यह गरीबों को पक्के घर देने की दिशा में एक बड़ा कदम है।
हरित ऊर्जा को बल, नमामि गंगे के तहत जल शुद्धिकरण
गंगा की निर्मलता हेतु 1825 करोड़ रुपये की परियोजनाओं का उद्घाटन और 800 करोड़ रुपये की नई परियोजनाओं का शिलान्यास किया गया। इनसे गंगा को और स्वच्छ बनाने में मदद मिलेगी। राज्य में सौर ऊर्जा भंडारण प्रणाली के लिए 135 करोड़ रुपये से अधिक के निवेश की घोषणा हुई है। 500 मेगावाट आवर क्षमता की बैटरी चार्जिंग से हरित ऊर्जा को बढ़ावा मिलेगा और ऊर्जा आत्मनिर्भरता की ओर कदम बढ़ेगा।
नीतीश कुमार की सक्रिय भागीदारी
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार स्वयं विकास कार्यों की सतत निगरानी कर रहे हैं और नियमित रूप से कार्यस्थलों का दौरा कर परियोजनाओं की समीक्षा कर रहे हैं। उनके नेतृत्व में राज्य को केंद्र से लगातार सहयोग मिल रहा है, जिससे विकास की गति को नई दिशा और बल मिल रहा है।
‘मेक इन बिहार’ और ‘डबल इंजन सरकार’
पीएम मोदी की यह सौगात बिहार को न केवल आधारभूत संरचना के स्तर पर मजबूत बनाएगी, बल्कि राज्य को उद्योग, रेलवे, शहरी विकास और हरित ऊर्जा के क्षेत्रों में नई ऊंचाइयों तक पहुंचाएगी। ‘मेक इन बिहार’ और ‘डबल इंजन सरकार’ के विजन को साकार करता यह कदम विकसित बिहार के सपनों को नए पंख दे रहा है।
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