जमशेदपुर. राज्य सरकार की महत्वाकांक्षी साइकिल वितरण योजना के लाभुकों के बीच आज सदर प्रखंड मुख्यालय में साइकिल का वितरण किया गया। इस अवसर पर जमशेदपुर पूर्वी के विधायक सरयू राय, जुगसलाई के विधायक मंगल कालिंदी, पोटका के विधायक संजीव सरदार, जिला परिषद अध्यक्ष बारी मुर्मू, उपाध्यक्ष पंकज सिंहा सहित कई मौजूद रहे।
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जमशेदपुर में साइकिल वितरण
कार्यक्रम के बारे में जानकारी देते हुए पूर्वी सिंहभूम जिले के उपायुक्त अनन्य मित्तल ने बताया कि कार्यक्रम में पोटका, जुगसलाई, जमशेदपुर पूर्वी एवं जमशेदपुर पश्चिम विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत 16 विद्यालयों के 600 बच्चों के बीच साइकिल वितरण किया गया। वहीं 15 लाभुकों को मुख्यमंत्री पशुधन योजना से आच्छादित करते हुए 75 बकरा-बकरी का वितरण एवं सभी 55 पंचायत के लिए फुटबॉल खेल किट का वितरण किया गया।
उन्होंने कहा कि साइकिल का वितरण और 10 दिनों में कई स्थानों पर किया जाएगा। कुल 7000 साइकिल वितरण करनी हैं, जिसमें 3500 साइकिलों का वितरण हो चुका है। इस अवसर पर जमशेदपुर पूर्वी के विधायक सरयू राय ने कहा कि लाभुकों के बीच परिसंपत्ति वितरण के पीछे सरकार की अवधारणा है कि जरूरतमंद तक योजनाओं का लाभ पहुंचाएं, जिससे उन्हें आर्थिक बोझ नहीं पड़े। आम जनता आर्थिक रूप से सुदृढ़ हो। परिसंपत्ति वितरण से जमीनी स्तर पर पूंजी सृजित होती है, जिससे लोगों को जीवन यापन में मदद मिलती है।
वहीं पोटका के विधायक संजीव सरदार ने कहा कि चाहे रोजगार सृजन हो, आजीविका या महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाना तथा युवाओं को उच्च शिक्षा प्राप्त करने के लिए आर्थिक मदद पहुंचाना, राज्य सरकार सभी वर्गों के लिए योजनाएं ला रही है। धरातल पर परियोजनाएं कैसे उतारे, इस दिशा में सभी जनप्रतिनिधि काम करते हैं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री रोजगार सृजन योजना, सर्वजन पेंशन, मुख्यमंत्री पशुधन, सावित्रीबाई फुले किशोरी समृद्धि योजना जैसी योजनाएं सरकार की संवेदनशीलता को बताती है।
वहीं जुगसलाई के विधायक मंगल कालिंदी ने बताया कि स्कूली छात्राओं को दूर-दूर से पैदल आना पड़ता था। अब साइकिल हो जाने से इनकी यह समस्या दूर हो जाएगी। उन्होंने कहा कि सर्वजन पेंशन योजना से अब बुजुर्गों महिलाओं को पेंशन के लिए इंतजार नहीं करना पड़ता है कि रिक्ति होने पर योजना का लाभ मिलेगा। उन्होंने पंचायत जन प्रतिनिधियों से आह्वान किया कि ग्राम सभा कर अपनी पंचायत में जनहित की पांच बड़ी योजनाओं को अनुशंसित करें, ताकि विकास योजनाओं से जोड़ते हुए ग्रामीणों तक लाभ पहुंचाया जा सके।