हाजीपुर : Bihar Politics में लोकसभा चुनाव के दौरान दो युवा राजनेताओं के बीच जारी जुबानी वार-पलटवार लोगों के बीच काफी चाव से सुना और देखा जा रहा है। चिराग पासवान और तेजस्वी यादव के बीच एक बार फिर से जुबानी जंग छिड़ गई है। अब यहां चिराग पासवान ने यहां तेजस्वी यादव पर जमकर बरसे और एक ऐसी बात कह दी जिससे राजद की टेंशन बढ़नी स्वाभाविक है। चिराग ने कहा कि जैसे-जैसे लोकसभा चुनाव का चरण बढ़ रहा है वैसे-वैसे राजद नेता तेजस्वी यादव शब्दों की मर्यादा खोते जा रहे हैं।
चिराग की टिप्पणी – हुए चुनाव के फीडबैक से बौखलाए राजद नेता
चिराग पासवान मीडिया से मुखातिब होते ही तेजस्वी यादव पर जमकर जुबानी हमला बोला। उन्होंने तेजस्वी यादव को बौखलाहट में शब्दों की मर्यादा खोने वाला नेता बताया। चिराग बोले कि तेजस्वी यादव को जब चुनाव की हार दिखाई देने लगती है, तो स्वाभाविक है वह आक्रामकता और बौखलाहट तो दिखाई देगी। शब्दों की मर्यादा जिस तरह से वह खोते जा रहे हैं वह भी एक बड़ा उदाहरण है। इसी क्रम में चिराग पासवान ने आगे कहा कि 2014 और 2019 में भी हमने यही देखा। जैसे-जैसे चुनाव का चरण बढ़ते जाते हैं। ऐसे ऐसे इनको अपनी हार का एहसास होने लगता है। उन्होंने कहा कि फीडबैक तो हर किसी को मिल ही जाता है ना। कैसा प्रचार चल रहा है और कैसा रिजल्ट आ रहा है। ऐसे में स्वाभाविक है इस तरह की आक्रामकता।
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चिराग बोले – लोजपा बिहार फर्स्ट बिहारी फर्स्ट की बात करती है तो राजद जात-धर्म की
चिराग पासवान ने कहा कि हमने कभी भी जात-पात या धर्म व मजहब देखकर ना राजनीति की और ना ही वैसी राजनीतिक सोच रखी है। आज भी बिहार फर्स्ट बिहारी फर्स्ट कि जब हम बात करते हैं तो यह वही समावेशी विकास की सोच है। हम चाहते हैं कि 14 करोड़ बिहारवासी एक साथ आकर बिहार की विकसित बिहार की निर्माण में अपना योगदान दें। ऐसे में हर वह व्यक्ति जो विकसित बिहार का निर्माण करना चाहता है। चिराग पासवान ने इसी क्रम में आगे यह भी कहा कि राजद नेता हमारे साथ आएं तो उनका स्वागत है, हम सब मिलकर मेरे नेता व मेरे पिता स्वर्गीय रामविलास जी के सपने को साकार करने में मदद करें। कई लोग जात-पात धर्म मजहब में बांटने का प्रयास जरूर करते हैं। पर आज उन्हीं राजद नेताओं के चलते बिहार का ये हालत हो गई है। यही लोग हैं कि जातीयता और सांप्रदायिकता को अपना आधार मानकर गर्व से उसका प्रचार करते हैं।