डिजिटल डेस्क : नेपाल में भूकंप के झटके से दहशत में लोग, बिहार में महसूस हुए झटके। भारत और पड़ोंसी मुल्कों में बीती रात जब लोग गहरी नींद में सो रहे थे तभी शुक्रवार तड़के पड़ोसी देश नेपाल में भूकंप के तेज झटके लगे।
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इसी के साथ नेपाल की सीमा से सटे अपने बिहार के कई जिलों में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए। भूकंप के झटके भारत के सीमावर्ती इलाकों और चीन के तिब्बत में भी महसूस किये गये।
अचानक लगे इस तेज झटके लोग दहशत में आ गए। झटके इतने जोरदार थे कि लोग सहम गए और अपने घरों से बाहर आ गए। राहत की बात यह है कि भूकंप से अभी तक जानमाल के नुकसान कोई खबर नहीं आई है।
शुक्रवार तड़के 2.36 बजे आया यह भूकंप
भूकंप शुक्रवार तड़के करीब 2.36 बजे आया। उस समय नेपाल के लोग आराम से सो रहे थे। प्राप्त जानकारी के मुताबिक, आरंभिक तौर नेपाल में आए भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 5.5 से 6.1 तक होने की बात सामने आई है।
किसी के घायल होने या बड़ी क्षति की तत्काल कोई रिपोर्ट नहीं है, लेकिन स्थानीय अधिकारी वर्तमान में प्रभावित क्षेत्रों में स्थिति का आकलन कर रहे हैं।
बता दें कि 5 तीव्रता वाले भूकंप को मॉडरेट ही माना जाता है। इतनी तीव्रता वाले भूकंप में घर के अंदर की चीजें हिलने लगती हैं और खड़खड़ाहट की आवाज होती है।
नेपाल के विनाशकारी भूकंपों के इतिहास को देखते हुए, अधिकारियों ने निवासियों को संभावित झटकों के प्रति सतर्क रहने की सलाह दी है। इतनी तीव्रता वाले भूकंप के झटकों से पर्वतीय देश नेपाल में कई बार जानमान के नुकसान हो चुके हैं।
इसी कारण लोगों में ज्यादा दहशत का माहौल बना हुआ है। बहरहाल, सरकार और प्रशासन की ओर से सभी सतर्कतामूलक कदम उठाए जा रहे हैं एवं नागरिकों को सचेत रहने के लिए कहा जा रहा है।

नेपाल के सिंधुपाल चौक में था भूकंप का केंद्र
नेपाल में शुक्रवार तड़के लगे भूकंप के जोरदार झटकों के असर वाले भूकंपीय झटके बिहार में महसूस हुआ। नेशनल सेंटर फॉर सिस्मोलॉजी से मिली जानकारी के मुताबिक, शुक्रवार तड़के करीब 2.36 बजे आए भूकंप की तीव्रता जनजीवन को प्रभावित करने वाली थी।
इस भूकंप का केंद्र धरती से 10 किलोमीटर की गहराई में रहा। भूकंप का केंद्र हिमालयी राष्ट्र के मध्य क्षेत्र में सिंधुपालचौक जिले में था।
राष्ट्रीय भूकंप निगरानी और अनुसंधान केंद्र ने अपने बयान में कहा कि नेपाल में आए इस भूकंप का केंद्र नेपाल के सिंधुपाल चौक जिले के भैरवकुंड में था। वह यह भूकंप शुक्रवार तड़के लगभग 2.51 बजे (स्थानीय समय) पर आया था।
सुबह-सुबह आए झटकों के कारण नेपाल के कई इलाकों, खासकर पूर्वी और मध्य इलाकों में लोगों ने भूकंप के झटके महसूस किए।

एक दिन पहले असम में इसी तीव्रता से लगे थे भूकंप के झटके
नेपाल में शुक्रवार तड़के आए भूकंप से एक दिन पहले बीते गुरूवार के तड़के भारत के असम में भूकंप के तेज झटकों से धरती कांप उठी थी। कंपन इतना तेज था कि लोग मारे डर के घरों में बाहर निकल भागे।
असम के मोरीगांव इलाके में गुरुवार की सुबह 2.25 बजे तेज भूकंप के झटके महसूस किए गए थे। रिक्टर स्केल पर उस भूकंप की तीव्रता 5 मापी गई। असम में गुरूवार को आए भूकंप के बारे में राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र ने कुछ जानकारियां साझा की थी। उसके मुताबिक, असम के मोरीगांव इलाके में आए भूकंप की तीव्रता 5.0 मापी गई थी।
वह भूकंप 16 किलोमीटर गहराई में आया था। इस साल के पहले माह से ही राजधानी दिल्ली से लेकर देश के अलग-अलग हिस्सों में भूकंप के झटके लगे हैं। राजधानी दिल्ली में बीते 17 फरवरी को भयानक भूकंप ने दस्तक दी।

राजधानी दिल्ली में तब लोग सुबह के अलार्म से नहीं बल्कि डर और दहशत से जागे थे क्योंकि तब उनका बेड तेजी से हिलने लगा, खिड़कियां और दरवाजे आवाज करने लगे। राजधानी दिल्ली में बीते 17 फरवरी को सुबह 5 बजकर 36 मिनट पर यह झटके महसूस किए गए थे।
रिक्टर स्केल पर उस भूकंप की तीव्रता 4.0 मापी गई थी। तब भूकंप के झटके कई सेकेंड तक महसूस किए गए। उस भूकंप का केंद्र दिल्ली के धौला कुआं में धरती से 5 किलोमीटर की गहराई में था।