चाय कॉफी से लेकर गार्बेज कलेक्शन तक पीएम मोदी को मन की बात की दिलचस्प और खास बातें…
पीम मोदी मन की बात : पीएम मोदी ने मन की बात कार्यक्रम के बहाने आज देशवासियों को फिर संबोधित किया। पीएम मोदी ने देशवासियों को छठ महापर्व का महत्व बताया। उन्होंने कहा कि अगर मौका मिले तो सभी लोग छठ उत्सव में एक बार जरूर भाग लें। छठ महापर्व भारत की एकता का सबसे बड़ा और सुंदर उदाहरण है।

सामाजिक एकता का सबसे सुंदर उदाहरण हैं छठ महापर्व
पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि छठ का महापर्व संस्कृति, प्रकृति और समाज के बीच की गहरी एकता का प्रतिबिंब है। छठ के घाटों पर समाज का हर वर्ग एक साथ खड़ा होता है। ये दृश्य भारत की सामाजिक एकता का सबसे सुंदर उदाहरण है।
भारतीय कॉफी दुनिया भर में लोकप्रिय
मन की बात में प्रधानमंत्री ने कहा कि आप सभी चाय से मेरे जुड़ाव के बारे में जानते हैं, लेकिन आज मैंने सोचा, क्यों न मन की बात में कॉफी पर भी चर्चा की जाए। ओडिशा के कई लोगों ने कोरापुट कॉफी के बारे में अपनी भावनाएं मेरे साथ साझा कीं। मुझे बताया गया है कि कोरापुट कॉफी का स्वाद लाजवाब है, और सिर्फ इतना ही नहीं; स्वाद के अलावा, कॉफी की खेती से भी लोगों को फायदा हो रहा है।
कोरापुट में ऐसे लोग हैं जो अपने जुनून से कॉफी की खेती कर रहे हैं। भारतीय कॉफी पूरी दुनिया में बहुत लोकप्रिय हो रही है। इसलिए कॉफी प्रेमी कहते हैं। भारत की कॉफी अपनी सर्वोत्तम कॉफी है। यह भारत में ही बनती है और दुनिया भर में पसंद की जाती है।

जीएसटी बचत उत्सव की चर्चा
पीएम मोदी ने जीएसटी बचत उत्सव की चर्चा करते हुए कहा कि त्योंहारों में इसका सुखद माहौल देखने मिला। बाजारों में स्वदेशी वस्तुओं की खरीददारी में जबर्दस्त बढ़ोत्तरी हुई है। खाद्य तेलों की खपत में कभी का आग्रह भरा संदेश भी सकारात्मक रहा।
गार्बेज कैफे की पीएम मोदी ने किया जिक्र
प्रधानमंत्री ने कहा कि छत्तीसगढ़ के अंबिकापुर में गार्बेज कैफे चलाए जा रहे हैं। कैफे की खासियत है कि प्लास्टिक कचरे के बदले भरपेट खाना मिलता है। अगर कोई एक किलो से ज्यादा प्लास्टिक लाता है तो उसे दोपहर या रात का खाना दिया जाता है और आधा किलो प्लास्टिक के बदले नाश्ता दिया जाता है।
गुजरात वन विभाग ने मैंग्रोव के लिए विशेष मुहिम चलाई
पीएम ने गुजरात के वन विभाग के मुहिम की चर्चा करते हुए कहा कि पांच साल पहले विभाग ने अहमदाबाद के नजदीक धोलेरा में मैंग्रोव लगाने का काम शुरू किया था। इसका असर है कि आज साढ़े तीन हजार हेक्टेयर में मैंग्रोव फैल चुके है। वहां जलीये जीवों की संख्या में पहले से ज्यादा वृद्दि हुई है और प्रवासी पक्षियों भी काफी संख्या में आ रहे हैं। इससे पर्यावरण प्रेमियों के अलावा मछली पालकों को भी ज्यादा फायदा हो रहा है।
रन फॉर यूनिटी में शामिल होने का किया आह्वान
पीएम मोदी ने कहा कि सरदार पटेल की 150वीं जयंती पूरे देश के लिए एक बहुत विशेष अवसर है। सरदार पटेल आधुनिक समय में राष्ट्र के महानतम दिग्गजों में से एक रहे हैं। गांधीजी से प्रेरित हो कर उन्होंने खुद को स्वतंत्रता आंदोलन में समर्पित कर दिया। खेड़ा सत्याग्रह, बोरसद सत्याग्रह सहित अनेक आंदोलन में उनका अहम योगदान रहा। देश की एकता अखंडता में उनका अहम योगदान है। उन्होंने देशवासियों से आह्वान किया 31 अक्टूबर को सरदार साहब की जयंती पर रन फॉर यूनिटी में न सिर्फ भाग ले बल्कि अपने पड़ोसियों को भी शामिल कराए।
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PM मोदी ने इंजीनियर कपिल शर्मा की तारीफ
प्रधानमंत्री नरेंद्र ने कहा कि बेंगलुरु को झीलों का शहर कहा जाता है, और इंजीनियर कपिल शर्मा ने यहां की झीलों को नया जीवन देने का अभियान शुरू किया है। कपिल की टीम ने बेंगलुरु और आसपास के इलाकों में 40 कुओं और छह झीलों का कायाकल्प किया है। खास बात यह है कि उन्होंने अपने इस मिशन में निगमों और स्थानीय लोगों को भी शामिल किया है।
वंदे मातरम के उदघोष से उर्जा का संचार होता है
पीएम मोदी ने कहा कि ‘वंदे मातरम्’ इस एक शब्द में कितने ही भाव हैं, कितनी ऊर्जा हैं। सहज भाव में ये हमें मां भारती के वात्सल्य का अनुभव कराता है। यही हमें मां भारती की संतानों के रूप में अपने दायित्वों का बोध कराता है। अगर कठिनाई का समय होता है तो ‘वंदे मातरम्’ का उद्घोष 140 करोड़ भारतीयों को एकता की ऊर्जा से भर देता है। सात नवंबर को हम ‘वंदे मातरम्’ के 150वें वर्ष के उत्सव में प्रवेश करने वाले हैं। 150 वर्ष पूर्व ‘वंदे मातरम्’ की रचना हुई थी और 1896 में गुरुदेव रविंद्रनाथ टैगोर ने पहली बार इसे गाया था।
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