नई दिल्लीः अंतरराष्ट्रीय आतंकवादी संगठन अलकायदा सरगना अयमान अल जवाहिरी के काबुल में अमेरिकी ड्रोन हमले में मारे जाने की खबर है.
अगस्त 2021 में अफगानिस्तान छोड़ने के करीब एक साल बाद अमेरिका का यहां पहला बड़ा ऑपरेशन है,
जिसमें अलकायदा प्रमुख के मार गिराने का दावा का जा रहा है. जवाहिरी पर अमेरिका ने 25 मिलियन डॉलर का इनाम घोषित कर रखा था.
अफगानिस्तान में हुए अमेरिकी ऑपरेशन को लेकर बाइडेन प्रशासन की तरफ से कहा गया है कि `रविवार को अलकायदा
के एक विशेष लक्ष्य के खिलाफ अमेरिका की तरफ से अफगानिस्तान में आतंकवाद विरोधी ऑपरेशन चलाया गया जो पूरी तरह से सफल रहा.
ऑपरेशन के दौरान आम आदमी को कोई नुकसान नहीं पहुंचा है.’
माना जा रहा है कि अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन जल्द ही इस ऑपरेशन की विस्तृत जानकारी देने वाले हैं.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक तालिबान प्रवक्ता जबीहउल्लाह मुजाहिद ने हमलों की पुष्टि करते हुए इसकी कड़ी आलोचना की है.
उन्होंने इसे अतरराष्ट्रीय सिद्धांतों का उल्लंघन करार दिया.
2011 में पाकिस्तान में अमेरिकी ऑपरेशन के दौरान मारे गए ओसामा बिन लादेन के
बाद अलकायदा के लिए यह सबसे बड़ा झटका है.
मिस्र के रहने वाले अयमान अल जवाहिरी को अमेरिका पर 9/11 के आतंकी हमले का मास्टर माइंड माना जाता है.
अफगानिस्तान में तालिबानी शासन के दौरान हुई इस कार्रवाई को लेकर कई तरह के सवाल उठ रहे हैं.
पिछले 20 वर्षों तक अमेरिकी सेना अफगानिस्तान में रही, उसके बाद तालिबान का वहां शासन हो गया.
सवाल उठता है कि क्या तालिबान ने अल जवाहिरी को शरण दे रखा था.
जिस तरह ओसामा बिन लादेन पाकिस्तान में अमेरिकी कार्रवाई के दौरान मारा गया था,
उसी तरह अल जवाहिरी के अफगानिस्तान में अमेरिकी कार्रवाई में मारे जाने की खबर है.