NITI AYOG MEETING UPDATES : पीएम बोले – बदलावों के इस दशक में अवसरों का लाभ उठाए भारत, छत्तीसगढ़ ने पेश की योजना

नीति आयोग की बैठक में अध्यक्षीय संबोधन देते पीएम नरेंद्र मोदी।

नई दिल्ली : NITI AYOG MEETING UPDATESपीएम बोले – बदलावों के इस दशक में अवसरों का लाभ उठाए भारत। राष्ट्रपति भवन परिसर में नीति आयोग की नौवीं गवर्निंग काउंसिल की बैठक की अध्यक्षता करते हुए राज्यों को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार अपने संबोधन में कहा कि यह दशक बदलावों का है, तकनीकी और भू-राजनीतिक के साथ-साथ अवसरों का भी है। भारत को इन अवसरों का लाभ उठाना चाहिए और अपनी नीतियों को अंतरराष्ट्रीय निवेश के अनुकूल बनाना चाहिए। यह भारत को एक विकसित राष्ट्र बनाने की दिशा में प्रगति की सीढ़ी है। विकसित भारत के लक्ष्य को प्राप्त करने में राज्य अहम भूमिका निभा सकते हैं।

प्रधानमंत्री बोले – हर भारतीय की महत्वाकांक्षा है 2047 तक विकसित भारत

प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संबोधन में विकसित भारत में खुशहाल जनता के लिए बड़ी लकीर खींची है और इसे साकार बनाने में राज्यों की भूमिका को काफी अहम करार दिया है। पीएम ने बैठक में राज्यों को संबोधित करते हुए कहा कि विकसित भारत के लक्ष्य को प्राप्त करने में राज्य सक्रिय भूमिका निभा सकते हैं, क्योंकि वह सीधे लोगों से जुड़े हैं। राज्यों की जनता का हित राज्य सरकारों का सरोकार का हिस्सा है। केंद्र सरकार की ओर से राज्य सरकार को हर संभव मदद दी जाती है और राज्य सरकार उसे जनता तक पहुंचाती हैं। वर्ष 2047 तक विकसित भारत हर भारतीय की महत्वाकांक्षा है। भारत को विकसित देश बनाने का लक्ष्य केंद्र सरकार ने निर्धारित किया है। इस बैठक का विषय भी विकसित भारत 2047 की ही है।

सीएम विष्णु देव साय बोले- 2047 तक विकसित भारत में अहम भूमिका निभाएगा छत्तीसगढ़

नीति आयोग की बैठक में सीएम विष्णुदेव साय ने कहा कि छत्तीसगढ़ में सभी भूमि रिकॉर्ड डिजिटल किए जा रहे हैं। इस तकनीक से पारदर्शिता बढ़ेगी और भ्रष्टाचार पर नियंत्रण लगेगा। इस सुधार से भूमि विवादों को आसानी से सुलझाया जा सकेगा, जिससे राज्य में निवेश और विकास को प्रोत्साहन मिलेगा। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने नीति आयोग की गवर्निंग काउंसिल की नौवीं बैठक में छत्तीसगढ़ के विकास के लिए प्रस्तावित योजनाओं को साझा किया, जो विकसित भारत 2047 के लक्ष्य को साकार करने में राज्य की भूमिका को स्पष्ट करती हैं। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कहा कि छत्तीसगढ़ 2047 तक विकसित भारत में प्रमुख भूमिका निभाएगा। वर्तमान में राज्य का जीएसडीपी 5.05 लाख करोड़ रुपये है, जिसे अगले 5 सालों में 10 लाख करोड़ रुपये तक बढ़ाने का लक्ष्य है। इसके लिए विभिन्न क्षेत्रों में सुधार और लक्ष्यों पर काम शुरू किया गया है।

पीएम मोदी संग सीएम विष्णु देव साय की फाइल फोटो
पीएम मोदी संग सीएम विष्णु देव साय की फाइल फोटो

छत्तीसगढ़ में स्किल्ड मानव संसाधन और स्थानीय उत्पादों पर फोकस

मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने छत्तीसगढ़ के विकास में युवाओं की भूमिका पर जोर देते हुए कहा कि मुख्य फोकस स्किल्ड मानव संसाधन तैयार करने पर है। छत्तीसगढ़ में शिक्षा को व्यावसायिक कौशल और ट्रेनिंग से जोड़ा जा रहा है और उद्देश्य छात्रों को ऐसी क्षमताएं प्रदान करना है जो उन्हें रोजगार के लिए तैयार करें। राज्य में प्रत्येक छात्र के लिए वन नेशन, वन स्टूडेंट आईडी कार्ड बनाने की प्रक्रिया शुरू की जा रही है जिसमें छात्र के शैक्षणिक अनुभव से जुड़ी सभी महत्वपूर्ण जानकारी डिजिटल रूप में मौजूद होंगी। उन्होंने स्वास्थ्य सेवाओं की बेहतर उपलब्धता, सतत विकास और राज्य की संस्कृति और परंपरा के संरक्षण की योजना साझा की। आर्थिक सशक्तिकरण के लिए छत्तीसगढ़ सुपर फूड्स की पैदावार और प्राकृतिक औषधालयों का निर्माण किया जाएगा। स्थानीय उत्पादों की प्रोसेसिंग और ब्रांडिंग को बढ़ावा मिलेगा। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और आईटी सेक्टर के विस्तार के साथ-साथ सड़कों, इमारतों जैसी भौतिक संरचनाओं और इंटरनेट, मोबाइल नेटवर्क जैसी डिजिटल सुविधाओं के विकास पर भी जोर दिया जाएगा।

गैर भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने बनाई दूरी

नीति आयोग इस बैठक का गैर-भाजपा शासित कई राज्य सरकारों ने बहिष्कार करने का फैसला किया और उन राज्यों के मुख्यमंत्री इस बैठक में नहीं आए। तीन कांग्रेस शासित राज्यों के मुख्यमंत्री (कर्नाटक के सिद्धारमैया, हिमाचल प्रदेश के सुखविंदर सिंह सुक्खू और तेलंगाना के रेवंत रेड्डी) ने इस बैठक में आने से पहले ही इनकार कर दिया था। उनके अलावा तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन, केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन और पंजाब और दिल्ली की आम आदमी पार्टी के नेतृत्व वाली सरकारों ने भी बैठक में शामिल नहीं होने का फैसला किया था। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी इस बैठक में नहीं आए लेकिन बिहार के दोनों डिप्टी सीएम ने बैठक में शिरकत की। चौंकाने वाले घटनाक्रम में ऐलान के बाद भी झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन ने भी आखिरी क्षणों में बैठक से दूरी बना ली। पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी बैठक में शामिल होने के बाद भी बैठक को बीच में छोड़ चली गईं और बैठक में अपनी बात पूरी तरह न रखने देने का आरोप लगाया।

Share with family and friends: