पटना: बिहार की पुलिस अब हाईटेक हो गई है और अत्याधुनिक तरीके से हर मामले की जांच करती है। बिहार में पहले साइबर क्राइम के मामलों में कार्रवाई, जांच और अनुसंधान न के बराबर होता था लेकिन अब साइबर मामले में भी तेजी से कार्रवाई और अनुसंधान किया जाने लगा है। अप्रैल माह में साइबर मामलों में कार्रवाई में सारण पहले स्थान पर रहा। इसके साथ औरंगाबाद दूसरे, मुजफ्फरपुर तीसरे, सीतामढ़ी चौथे और सहरसा पांचवें स्थान पर रहा है।
Highlights
बिहार पुलिस मुख्यालय के आर्थिक एवं साइबर अपराध प्रभाग से मिली जानकारी के अनुसार सारण जिले की साइबर थाना ने साइबर फ्रॉड के मामले में सबसे अधिक कार्रवाई करते हुए 10 लाख रूपये की राशि पीड़ितों को वापस करवाया साथ ही साइबर अपराध की प्राथमिकी और गिरफ्तारी भी सबसे अधिक की। इसके साथ ही दूसरे नंबर पर रहे औरंगाबाद की साइबर थाना की पुलिस ने 403680 रूपये पीड़ितों को वापस किये जबकि मुजफ्फरपुर की साइबर थाना की पुलिस ने 14 साइबर अपराधियों को गिरफ्तार किया और 10 हजार रूपये की राशि भी पीड़ितों को वापस कराया।
सीतामढ़ी साइबर थाना की पुलिस ने 39830 रूपये पीड़ितों को वापस करवाया जबकि साइबर अपराधियों की गिरफ्तारी में उत्कृष्ट प्रदर्शन रहा और सहरसा साइबर पुलिस ने 50736 रूपये पीड़ितों को वापस करवाया। इसके साथ ही साइबर अपराध के खिलाफ कार्रवाई में सुपौल, शिवहर, नवगछिया, किशनगंज और खगड़िया का प्रदर्शन सबसे खराब रहा।
https://www.youtube.com/@22scopebihar/videos
JDU ने तेजस्वी को दी सलाह, पार्टी का विलय कर बन जाइये विकास का भागीदार
पटना से चंदन तिवारी की रिपोर्ट
CYBER CRIME CYBER CRIME CYBER CRIME
CYBER CRIME