रामगढ़ : झारखंड की नियोजन नीति का मुद्दा सरकार का पीछा छोड़ती नहीं दिख रही है. अब उपचुनाव में भी इसकी गूंज साफ तौर से सुनाई देने लगी है. मंगलवार को यूपीए प्रत्याशी बजरंग महतो के नामांकन दौरान इसकी बानगी देखने को मिली. कांग्रेस नेता बजरंग महतो के नामांकन के दौरान माहौल बनाने के लिए सरकार के कई मंत्री और विधायक भी रामगढ़ पहुंचे. अनुमंडल कार्यालय में श्रम मंत्री सत्यानंद भोक्ता , ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम, स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता और कई विधायक मौजूद रहे.

उपचुनाव में नियोजन नीति : यूपीए उम्मीदवार बजरंग महतो के नामांकन में पहुंचे थे कई मंत्री
नामांकन के बाद महागठबंधन की ओर से संयुक्त रूप से एक चुनावी सभा का आयोजन भी किया गया. चुनावी सभा के बाद जब मंत्रियों का काफिला वापस रांची की ओर रवाना होने लगा तब अभ्यर्थियों की नज़र मंत्रियों को गाड़ियों के काफिले की ओर गई . यूपीए खेमे के विधायक और मंत्रियों को देखते ही अभ्यर्थियों का गुस्सा फूट पड़ा. आक्रोशित अभ्यर्थियों कई मंत्रियों का काफिला रोककर नारेबाजी करने लगे. छात्र पूछ रहे थे कि आखिर झारखंड में नियोजन नीति कब बनेगी. छात्र मंत्रियों से ये भी पूछ रहे थे कि झारखंड के विकास के लिए आप क्या कर रहे हैं.
सुरक्षा बलों की मदद से सवालों से पीछा छुड़ा निकल लिए मंत्री
मंत्रियों के लिए छात्रों के सवालों का जवाब देना मुश्किल हो रहा था.
ऐसे में सुरक्षा बलों ने मोर्चा संभाला औक मंत्रियों की गाड़ियों को वहां से निकाला.
इसके लिए सुरक्षा बलों को भी काफी मशक्कत करनी पड़ी.
इस दौरान छात्रों ने मंत्रियों को आगाह भी किया. उन्होने कहा कि
यदि सरकार नियोजन नीति को लेकर कोई पहल नहीं करेगी तो 2024
के चुनाव इसका असर दिखेगा. आपको बता दें नियोजन नीति को
लेकर सरकार के रवैये के विरोध में कई अभ्यर्थी भी चुनाव मैदान में कूद गए हैं.
कई अभ्यर्थियों ने रामगढ़ उपचुनाव में अपना नामांकन दाखिल कर दिया है.
रामगढ़ उपचुनाव के लिए 27 फरवरी को मतदान औऱ 2 मार्च को मतों की गिनती होगी.