बेतिया: नरकटियागंज, लौरिया, रामनगर और बगहा के चीनी मिलों द्वारा प्रदुषित पानी नदियों में बहाया जा रहा है. इसके कारण जलीय जीव-जंतुओं के अस्तित्व पर संकट खड़ा हो गया है. उक्त बातें माले विधायक बीरेन्द्र प्रसाद गुप्ता ने हड़बोडा नदी के निरीक्षण के बाद कही है.
बीरेन्द्र प्रसाद गुप्ता ने कहा कि सर्वोच्च न्यायालय ने दूषित पानी का नदियों में बहाव पर रोक लगा रखी है, इसको लेकर सर्वोच्च न्यायालय कई बार अपनी चिंता व्यक्त कर चुका है. लेकिन बावजूद इसके इन चीनी मिलों द्वारा मिल का गंदा पानी नदियों में बहाया जाना चिंता का विषय है.
बता दें कि विधायक ने नरकटियागंज चिनी मिल के स्थित हड़बोडा नदी का निरीक्षण किया, निरीक्षण के दौरान देखा गया कि हड़बोडा नदी में अब सिर्फ चीनी मिल का प्रदूषित पानी ही बह रहा है. नदियों में औद्योगिक कचड़ा प्रवाहित होने के कारण के इन नदियों का पानी पशुओं के स्नान करने के लायक भी नहीं रह गया है.
बीरेन्द्र प्रसाद गुप्ता ने कहा कि नदियों में रसायन युक्त पानी का बहाव रोकने के लिए उन्होने विधानसभा में सवाल भी किया था, सवाल के जवाब में बिहार सरकार का जबाब था कि किसी भी चीनी मिल द्वारा दूषित जल नदियों में प्रवाहित नहीं किया जा रहा है.
विधायक वीरेंद्र प्रसाद गुप्ता ने कहा की बिहार सरकार विधानसभा में झूठ बोलकर चीनी मिलों को बचाने का कार्य कर रही है. विधायक ने कहा कि चीनी मिलों द्वारा सरकार के सह पर जल प्रदूषण का अंजाम दिया जा रहा है और विभाग मौन धारण किए है, विधायक बीरेन्द्र प्रसाद गुप्ता ने नदियों में प्रदूषित पानी का बहाव रोकने के लिए व्यापक संघर्ष किया जाएगा.