कटिहार : कटिहार का सदर अस्पताल एक बार फिर विवादों में घिर गया है। दरअसल, अस्पताल के सफाई कर्मियों का टेंडर समाप्त होने के बाद सरकार के निर्देश पर जीविका दीदियों को सफाई कार्य के लिए नियुक्त किया गया है। इसके चलते पिछले 15 से 20 वर्षों से कार्यरत सफाई कर्मचारियों को बाहर का रास्ता दिखा दिया गया है। इस फैसले के बाद सफाई कर्मचारियों में भारी आक्रोश देखने को मिल रहा है। बताया जा रहा है कि बीते तीन दिनों से इस मामले को सुलझाने की प्रक्रिया चल रही है, लेकिन अब तक कोई समाधान नहीं निकल पाया है।
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कटिहार SDO ने नाराज सफाई कर्मियों को कार्यालय बुलाकर बातचीत के जरिए समाधान निकालने की कोशिश की है
आपको बता दें कि मामला तूल पकड़ने के बाद कटिहार एसडीओ आलोकचंद चौधरी ने नाराज़ सफाई कर्मियों को कार्यालय बुलाकर बातचीत के जरिए समाधान निकालने की कोशिश की है। वहीं, प्रदर्शन और हंगामा करने वाले करीब एक दर्जन सफाई कर्मचारियों पर धारा 107 के तहत मामला दर्ज किया गया है और इन्हें सात दिनों का नोटिस भी थमा दिया गया है। वहीं पत्रकारों द्वारा सिविल सर्जन से सवाल पूछे जाने पर सिविल सर्जन भड़क गए और पत्रकारों का ही विडिओ बनाने लगे और उनसे उनका आइडेंटी कार्ड दिखाने को कहा। दरअसल, सिविल सर्जन की ये खीझ बताती है कि अस्पताल प्रसाशन बेलगाम हो गया है। कटिहार के सिविल सर्जन और डीएस आशा शरण के बलबूते अस्पताल की व्यवस्थाएं संभाल नहीं रही। फिलहाल अब देखना है कु क्या सदर अस्पताल की सफाई व्यवस्था सुचारु रूप से शुरू हो पाएगी या मरीजों को इस नारकीय हालत का खामियाजा उठाना पड़ेगा।
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रतन कुमार की रिपोर्ट