पटना : जिउतिया व्रत को लेकर मंगलवार की सुबह गंगा घाटों पर श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी. श्रद्धालुओं ने गंगा स्नान करने के बाद सूर्य भगवान को जल अर्पण किया. जितिया व्रत पुत्र के दीर्घायु, सुखी और निरोगी जीवन के लिए जीवित्पुत्रिका व्रत या जितिया व्रत रखा जाता है. जिउतिया व्रत या जीवित्पुत्रिका व्रत हर वर्ष आश्विन मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को रखा जाता है. इस दिन माताएं निर्जला व्रत रखती हैं, जिसमें जल, फल या अन्न आदि ग्रहण नहीं किया जाता है. यह कठिन व्रतों में से एक है. इस दिन पूजा के समय गंधर्व राजकुमार जीमूतवाहन से जुड़ी पौराणिक कथा सुना जाता है. इसे जीवित्पुत्रिका व्रत कथा या जिउतिया व्रत कथा भी कहते हैं.
रिपोर्ट : उमेश चौबे