निरसा: राख…हर तरफ राख, हवा में जहर घोलती राख..आसपास की जिंदगी में जहर बनकर हर दिन समाते जा रही है…लोग बीमार पड़ रहे हैं…शिकायतें हो रही है…सिर्फ सुनवाई नहीं…निरसा में नियमों को ताक पर रखकर मैथन पावर लिमिटेड से निकलने वाला ये फ्लाई ऐश अब जहर का पहाड़ बनता जा रहा है…सड़कों पर मानो जहर की परत बिछ गई है…जल जंगल वाले झारखंड में इस फ्लाई ऐश से पेड़-पौधे सूखने लगे हैं….और एमपीएल की फैक्ट्री से निकलने वाला ये फ्लाई एश हर दिन कंपनी के आसपास के इलाकों को बीमार करता जा रहा है….
फ्लाई ऐश से जिंदगी हो रही है बीमार, जमीन होने लगी है बंजर
एमपीएल की इस मनमानी के खिलाफ कई बार शिकायतें हुई…सड़क से और आसपास से कंपनी के इस फ्लाई ऐश को हटाने के लिए कंपनी प्रबंधन के साथ साथ प्रशासनिक अधिकारियों से भी शिकायत की गई है…लेकिन सुनवाई के नाम पर जो कुछ भी किया गया है…उसकी गवाही फ्लाई एश का बनता जा रहा ये पहाड़ है…पर्यावरण और स्वास्थ्य के लिए मैथन पावर लिमिटेड का ये फ्लाई ऐश गंभीर संकट बनता जा रहा है…पर्यावरण, आम जनजीवन को प्रदूषित करने के साथ साथ अब धीरे धीरे ये नदी में भी समाने लगते हैं…जिंदगी अब इस फ्लाई एश से बीमार होते जा रही है…ये हाल तब है जब फ्लाई एश के डंपिंग को लेकर कोर्ट कई बार कंपनियों को फटकार भी लगा चुका है..लेकिन पावर प्लांट लोगों के स्वास्थ्य से खिलवाड़ करता जा रहा है…
मैथन पावर लिमिटेड पर कार्रवाई करने से बच रहे अधिकारी!
इस फ्लाई ऐश से निरसा के आसपास की जमीन, जिंदगी तो खराब हो ही रही है…साथ ही साथ खेतों को भी नुकसान पहुंचाने लगी है…हाल ये है कि..एमपीएल का ये फ्लाई ऐश गांव तक पहुंचने लगी है…लोग बीमार पड़ने लगे हैं…अब कोर्ट की सख्ती के बावजूद एमपीएल अगर नियमों से खिलवाड़ करे तो सुनवाई की पहल करे कौन..क्योंकि जिम्मेदार अधिकारियों के पास कई बार इसे लेकर शिकायतें हुई है..लेकिन अब तक कोई समाधान नहीं हुआ है।