पटना : राष्ट्रीय लोक जनता जल (RLJD) के राष्ट्रीय अध्यक्ष व पूर्व केंद्रीय मंत्री उपेंद्र कुशवाहा ने एक बड़ा बयान दे दिया है। उन्होंने कहा कि राजद के साथ जाना और तेजस्वी यादव के नाम की घोषणा करना सीएम नीतीश कुमार का आत्मघाती कदम था। कुशवाहा ने आगे कहा कि नियोजित शिक्षकों को राज्य कर्मी का दर्जा मिला यह अच्छा फैसला है। उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि शिक्षकों को अधिक से अधिक सुविधा मिलना ही चाहिए।
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दिल्ली में हुई इंडिया गठबंधन की बैठक पर बोले कुशवाहा
उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि इंडिया गठबंधन में अब कुछ बचा ही कहा है। जबरदस्ती इंडिया गठबंधन के लोग बैठक करते हैं। जबरदस्ती नेताओं को बुलाया जाता है और बैठक में किसी पार्टी के नेता प्रधानमंत्री की उम्मीदवार के लिए बताते हैं। कोई एक पार्टी के नेता उसका समर्थन देता है और बाद में कुछ नेता नाराज होकर उसे बैठक से चले आते हैं। इंडिया गठबंधन में कुछ भी नहीं है। जिसे गठबंधन कहा जाए सिर्फ स्वार्थ के राजनीति के लिए लोग एक दूसरे से दोस्ती कर रहे हैं। ताकि सब लोग चाहते है की हम प्रधानमंत्री का चेहरा बन जाए।
उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि हम शुरुआती दौर से कहते आ रहे हैं कि जब से एनडीए से नीतीश कुमार अलग हुए और महागठबंधन सरकार के साथ गए। तब से उन लोगों के बीच में एक डील हुई है।
उसे डील के हिसाब से देर सबेर तेजस्वी यादव को सत्ता सौंप देना और राजद में जेडीयू का विलय हो जाना हमने पहले ही इस बता को बता दिया था। उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि लालू प्रसाद यादव का एक ही मकसद है बिहार के राजनीति में की कैसे भी अपने बेटे को मुख्यमंत्री बनना है।
जेडीयू के राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक पर और ललन सिंह के इस्तीफे वाले सवाल पर उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि यह जदयू का आंतरिक मामला है। लेकिन एक बात तय है कि जिस दिन से नीतीश कुमार राजद के साथ गठबंधन किया। उसके बाद से जदयू समाप्ति की ओर बढ़ रही है और अब जदयू पार्टी आखिरी सांस ले रही है।
अविनाश सिंह की रिपोर्ट