गढ़वा : झारखंड का गढ़वा जहाँ दशकों से लोग जाम से हलकान रहे हैं, इस परेशानी से निज़ात दिलाने के लिए बाईपास सड़क की स्वीकृति मिल चुकी है लेकिन वह कब तक बन कर तैयार होगा यह तो किसी को पता नहीं, लेकिन लोगों की परेशानी दूर करने का बीड़ा एक युवा समाजसेवी द्वारा उठाया गया है।
नीति कुछ पर नियति कुछ और, वादा कुछ और इरादा कुछ और, जी हां सरकार, सरकारी महक़मा और जनप्रतिनिधि जिनके जिम्मे विकास करने की ज़िम्मेवारी होती है, लेकिन अफ़सोस उनके वादों धरातल पर मूर्तरूप नहीं ले पाते। लेकिन एक समाजसेवी ने खुद बाईपास बनाने का बीड़ा उठाया। उज्ज्वल चौबे जिनके द्वारा बीएन्टी स्कूल के आगे दुग्ध शीतक केंद्र के सामने से होते हुए गढ़वा रेहला मुख्य सड़क तक एक सड़क का निर्माण कराया जा रहा है, लोग इस सड़क को मिनी बाईपास बता रहे हैं, लोगों का कहना है कि इस सड़क का बनना बहुत ज़रूरी था, पर आज तक सबने वादा किया, किसी ने इसे बनाने की ज़हमत नहीं उठायी।
उज्ज्वल चौबे कहते हैं कि 1932 के खतियान में यहां रोड चिन्हित है लेकिन फ़िर भी अब तलक इसे एक मुक्कमल सड़क का स्वरूप नहीं दिया गया। दिक्कत को देखते हुए उज्जवल चौबे ने युवकों की टीम के साथ खुद के खर्चे पर बाईपास बनाने में जुट गए। उनकी इस पहल की लोग सराहना कर रहे हैं।
रिपोर्ट : सुजीत धर दुबे