- झारखंड में अप्रैल की गर्मी करेगी बेहाल, 42 डिग्री तक जा सकता है तापमान
रांची: झारखंड में इस साल अप्रैल का महीना भीषण गर्मी और हीट वेव के प्रभाव में रहेगा। पूरे महीने तापमान में लगातार वृद्धि होने की संभावना है और पारा 42 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच सकता है। मौसम विभाग के अनुसार, राज्य में गर्मी का असर अधिक रहेगा, लेकिन बीच-बीच में बंगाल की खाड़ी और अरब सागर से आ रही नमी के कारण कुछ स्थानों पर हल्की बारिश और आंधी-तूफान भी देखने को मिल सकता है।
Highlights
मौसम विज्ञानियों का पूर्वानुमान
मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार, बंगाल की खाड़ी और अरब सागर से नमी के प्रवाह के कारण राज्य के कुछ इलाकों में कंवर्जन होगा, जिससे मौसम में स्थानीय स्तर पर बदलाव देखने को मिलेगा।
जहां बादल बनेंगे और गुजरेंगे, वहां गरज-चमक और वज्रपात के साथ हल्की बारिश हो सकती है।
माह के अंतिम सप्ताह में तापमान 42 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचने की संभावना है, जिससे हीट वेव का प्रभाव बढ़ेगा।
कुछ इलाकों में ओलावृष्टि की भी संभावना जताई गई है।
तेज हवा और बारिश की चेतावनी
मौसम विभाग ने अगले दो दिनों के लिए तेज हवा और हल्की बारिश का अलर्ट जारी किया है।
आज: झारखंड के कई जिलों में आसमान में बादल छाए रहेंगे और दोपहर के बाद मौसम में बदलाव होगा।
कल: रांची समेत राज्य के अन्य हिस्सों में 40-50 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवा चलेगी और गरज-चमक के साथ बारिश हो सकती है।
ऑरेंज अलर्ट: वज्रपात की संभावना को देखते हुए मौसम विभाग ने ऑरेंज अलर्ट जारी किया है और लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी है।
हीट वेव का असर बढ़ेगा
मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार, 4 अप्रैल के बाद मौसम साफ हो जाएगा और तापमान में और वृद्धि होगी। राज्य के कई जिलों में हीट वेव का असर बढ़ने की आशंका है, जिससे लोगों को गर्मी और लू से बचाव के लिए सतर्क रहने की जरूरत होगी।
क्या सावधानी बरतें?
गर्मी से बचाव के लिए अधिक मात्रा में पानी और तरल पदार्थ पिएं।
दोपहर 12 से 3 बजे के बीच तेज धूप में बाहर निकलने से बचें।
हल्के और सूती कपड़े पहनें, जिससे शरीर ठंडा बना रहे।
लू से बचने के लिए गर्मियों में ताजे फल और सब्जियों का सेवन करें।
बिजली और पानी की खपत को लेकर सतर्क रहें, क्योंकि गर्मी बढ़ने से संसाधनों की मांग भी बढ़ेगी।
मौसम विभाग की ओर से अगले कुछ दिनों तक हीट वेव और वज्रपात को लेकर अलर्ट जारी किया गया है। ऐसे में सावधानी बरतना जरूरी है, खासकर बुजुर्गों, बच्चों और बीमार व्यक्तियों को विशेष ध्यान रखने की सलाह दी गई है।