रांची: छठ महापर्व के समापन के बाद झारखंड की राजधानी रांची से अन्य राज्यों में लौटने वाले यात्रियों को इस बार भारी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। ट्रेन, बस और हवाई जहाज में सीटों की भारी कमी ने उनकी यात्रा को चुनौतीपूर्ण बना दिया है। शनिवार को रांची रेलवे स्टेशन पर जनरल कोच में पैर रखने तक की जगह नहीं थी।
अधिकांश ट्रेनों में वेटिंग लिस्ट लंबी होने के कारण यात्रियों के टिकट कंफर्म नहीं हो सके, जिससे उन्हें मजबूरी में निजी वाहनों का सहारा लेना पड़ा।छठ पूजा के बाद यात्रियों की भारी भीड़ ने रेलवे सेवाओं पर दबाव डाल दिया है। 11 नवंबर तक भी ज्यादातर ट्रेनों में सीटों की उपलब्धता शून्य है। लंबी वेटिंग लिस्ट के कारण लोगों को अपने गंतव्य तक पहुंचने के लिए भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
ट्रेन में जगह न मिलने पर निजी टैक्सियों और कैब का सहारा लेना पड़ रहा है, लेकिन उनके महंगे किराए आम आदमी के बजट से बाहर हैं। यात्रा संकट केवल रेलवे तक सीमित नहीं है। राज्य में चल रहे चुनावी कार्यों के कारण अधिकांश बसें चुनाव ड्यूटी पर लगाई गई हैं। नतीजतन, रांची बस स्टैंड से खुलने वाली बसों की संख्या में भारी कमी आई है। सीटों की अनुपलब्धता और बढ़े हुए किरायों ने यात्रियों को आर्थिक संकट में डाल दिया है। यात्रियों ने संबंधित विभागों से अधिक सुविधाएं मुहैया कराने की मांग की है ताकि वे अपनी यात्रा सुगम बना सकें।