UP Cabinet : उत्तर प्रदेश सरकार ने कैबिनेट बाई सर्कुलेशन के माध्यम से कई महत्वपूर्ण प्रस्तावों को मंजूरी देकर प्रदेश के शिक्षा, आधारभूत संरचना और रोजगार क्षेत्र में बड़े कदम उठाए हैं। इन फैसलों से न सिर्फ सड़क परियोजनाओं को गति मिलेगी, बल्कि शिक्षकों और मृतक आश्रितों को भी बड़ी राहत मिली है।
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राज्य सरकार ने वाराणसी, कानपुर और बाराबंकी में सड़क चौड़ीकरण और सुदृढ़ीकरण की छह बड़ी परियोजनाओं को हरी झंडी दे दी है। वाराणसी में तीन प्रमुख सड़कों-कचहरी से संदहा तक, कालीमाता मंदिर से आजमगढ़ रोड तक और पड़ाव से टेंगरा मोड़ तक के चौड़ीकरण के लिए 200 करोड़ से अधिक की लागत से कार्य होगा। कानपुर में अनवरगंज-रावतपुर रेल मार्ग के पास रेल उपरिगामी सेतु, जीटी रोड पर फ्लाईओवर और घंटाघर रोड पर दो लेन फ्लाईओवर की परियोजनाओं को स्वीकृति दी गई है।
UP Cabinet : संस्कृत विद्यालयों में कार्यरत शिक्षकों का बढ़ा मानदेय
शिक्षा क्षेत्र में भी बड़ा फैसला हुआ है। प्रदेश के एडेड माध्यमिक संस्कृत विद्यालयों में कार्यरत 1020 से अधिक मानदेय शिक्षकों का मानदेय बढ़ाया गया है। पूर्व मध्यमा शिक्षकों को अब 12,000 की जगह 20,000 रुपये और उत्तर मध्यमा शिक्षकों को 15,000 की जगह 20,000 रुपये मानदेय मिलेगा। साथ ही इनका कार्यकाल दो सत्र—2025-26 और 2026-27 तक बढ़ा दिया गया है। यह निर्णय शिक्षकों की स्थिरता और छात्रों की पढ़ाई के लिए अहम माना जा रहा है।
इसके अलावा उच्च शिक्षा विभाग ने एडेड कॉलेजों में कार्यरत शिक्षकों के परिजनों को डेथ ग्रेच्युटी (25 लाख रुपये) देने के प्रस्ताव को भी मंजूरी दी है। इससे उन परिवारों को राहत मिलेगी, जो शिक्षक की मृत्यु के बाद लंबे समय से भटक रहे थे। साथ ही परिवहन निगम में 1164 मृतक आश्रितों को अनुकंपा के आधार पर नियुक्ति का रास्ता साफ हुआ है। 2003 से लगी रोक के बाद यह पहली बार है जब निगम में इतने बड़े स्तर पर आश्रितों की भर्ती की जा रही है।