सारण : नेपाल से पानी छोड़े जाने की वजह से सारण ज़िले के कई गांव बाढ़ की चपेट में हैं। वाल्मीकि नगर बराज से पानी छोड़े जाने के बाद से गंडक नदी का जलस्तर काफी बढ़ गया है और सारण तटबंध के नीचले इलाकों में कई गांवों में पानी घरों तक पहुंच गया है। खासकर परसा प्रखंड के दर्जनों गांवों में लोग अपने परिवार और मवेशियों के साथ सारण तटबंध पर डेरा डालने को मजबूर हैं।
मशरख, पानापुर, अमनौर, मकेर, परसा व दरियापुर सहित कई गांव इसकी चपेट में हैं। इलाके की सड़कों के पानी में डूब जाने से लोगों का दूसरे इलाकों से संपर्क भी टूट गया है और उनके लिए जरूरत का सामान खरीदना भी मुश्किल हो गया है। परसा के अंचलाधिकारी अखिलेश चौधरी का कहना है कि प्रशासन हालात पर पूरी तरह से नज़र बनाए हुए है। उन्होने कहा कि हालात से ज़िला प्रशासन को भी अवगत करा दिया गया है। अधिकारी क्षेत्रों का दौरा कर रहे हैं और लोगों की आवाजाही के लिए चार नाव की व्यवस्था की गई है। उन्होने कहा कि तटबंध पूरी तरह से सुरक्षित है इसलिए ज्यादा चिंता की बात नहीं है।