अपने स्वार्थ के कारण नहीं करवा रहे उपजाति की गणना- संजय जायसवाल
पटना : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के उपजाति वाले बयान पर बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल खेद जताया है. जिसमें उन्होंने कहा था कि उपजाति की गणना नहीं होगी. प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर सीएम नीतीश पर निशाना साधा और कहा कि उनकी याददाश्त जरूरत से ज्यादा कमजोर हो गई है. उन्होंने याद दिलाते हुए कहा कि जब नीतीश कुमार डेलिगेशन लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलने गए थे तो जनक चमार भी उनके साथ गए थे.
बीजेपी: सीएम बताएं क्यों नहीं होगी उपजाति की जनगणना
संजय जायसवाल ने कहा कि नीतीश कुमार से अनुरोध है कि सभी दलों ने मिलकर तय किया था कि जातीय जनगणना होगी. उसी तरह सभी दलों को बताना चाहिए था कि जातीय जनगणना कब होगी और किस तरह से होगी. अब नीतीश कुमार कह रहे हैं कि उपजाति की जनगणना नहीं होगी. नीतीश कुमार को सामने आकर बताना चाहिए कि उपजाति की जनगणना क्यों नहीं होगी. वे अपने स्वार्थ के कारण उपजाति की जनगणना नहीं करवा रहे हैं.
बीजेपी: बिहार की जनता को नहीं होगा कोई फायदा
बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि नीतीश कुमार से अनुरोध है कि वह झूठ बोलना बंद करें. वह बताएं कि उपजाति का अर्थ क्या है? जिस तरह हरियाणा में पहचान पत्र और अंत्योदय सरल मॉडल लागू है उसी तरह बिहार में भी लागू होना चाहिए. नीतीश कुमार क्या सही में जनगणना करवा कर बिहार वासियों को लाभ देना चाहते हैं या फिर वह नाटक कर रहे हैं. जिससे बिहार की जनता को कोई फायदा नहीं होगा.
‘ये समाधान नहीं समय पास यात्रा है’
सांसद संजय जायसवाल ने कहा कि अगर वो नाटक कर रहे हैं तो वह बहुत ही शर्मनाक बात है. क्योंकि बीजेपी सबसे ज्यादा जातीय जनगणना का समर्थन कर रही है. दरभंगा में एम्स को जमीन क्यों नहीं मिल रही है? नीतीश के समाधान यात्रा पर तंज कसते हुए संजय जायसवाल ने कहा कि ये समाधान नहीं समय पास यात्रा है.
उपजाति नहीं सिर्फ जाति की होगी गणना- नीतीश
बता दें कि बिहार में आज से जाति आधारित गणना शुरू हो गया है. राज्य के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि केवल जातियों की गणना की जाएगी. उन्होंने बताया कि इस गणना में उप-जातियों को सूचीबद्ध नहीं किया जाएगा. सीएम नीतीश कुमार ने ये भी कहा कि जाति आधारित गणना के साथ आर्थिक स्थिति को सूचीबद्ध किया जाएगा. इस सर्वे में लगे सर्वेक्षकों यानी प्रगणकों (एन्युमरेटर्स) को उचित ट्रेनिंग दी गई है.
नीतीश कुमार ने कहा कि अगर बिहार के लोग अपनी जाति के स्थान पर उप-जाति दर्ज कराते हैं, तो उस ब्यौरे का मिलान किया जाएगा और जो सही होगा उस डिटेल को जाति आधारित सर्वे में दर्ज किया जाएगा. गणना में गलत ब्यौरा दर्ज न हो इसके लिए राज्य सरकार द्वारा एन्युमरेटर्स यानी गणनाकारों को ट्रेनिंग दी गई थी.
रिपोर्ट: राजीव कमल