मधेपुरा : मधेपुरा में भी कोरोना संक्रमण अपना रफ़्तार पकड़ता दिख रहा है. इसका प्रसार अब जिला मुख्यालय के बाहर भी होने लगा है. शनिवार को 12 बजे तक 22 मामले सामने आ गए. जिसमें जिला के सिविल सर्जन भी शामिल है. सीएस के पॉजिटिव होने के बाद स्वास्थ्य विभाग हरकत में आया. सदर अस्पताल के मुख्य गेट को बंद कर दिया गया है. बिना मास्क और कोरोना जांच के बगैर लोगों का प्रवेश नहीं दिया जा रहा है. शुक्रवार को शहरी क्षेत्र के कई जांच केंद्रों पर आठ संक्रमित पाए गए. वहीं सिंहेश्वर के सुखासन स्थित जवाहर नवोदय विद्यालय के नौ छात्र भी संक्रमित पाए गए. इसके अलावे उदाकिशुनगंज अनुमंडल के आलमनगर में भी एक संक्रमित पाया गया था. इस तरह से शुक्रवार को जिले में कोरोना संक्रमित लोगों की संख्या बढ़कर 39 हो गई थी जो आज अबतक 61 पर पहुंच गया है.
जिला प्रशासन द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक, जिले भर में शुक्रवार तक 2321 लोगों की एंटिजन, 2338 लोगों की आरटीपीसीआर और 50 लोगों की ट्रूनेट से जांच की गई जिसमें ये मामले सामने आए हैं. बताया जा रहा है कि शुक्रवार को जेएनवी में किशोर-किशोरियों को टीका लगाने के लिए टीम गई हुई थी. इस दौरान कुछ छात्रों का एंटीजन किट से रेंडमली कोविड जांच की गई, तो छात्र संक्रमित पाए गए. इसके बाद शाम तक में वहां के 210 छात्र-छात्राओं की एंटीजन किट से जांच की गई. इसमें 9 छात्र संक्रमित पाए गए. इसमें छह छात्र और तीन छात्राएं शामिल थीं. सभी संक्रमितों को आरटीपीसीआर टेस्ट के लिए मेडिकल कॉलेज भेजा गया है. ऐसी सूचना दी जा रही है कि इस दौरान नवोदय विद्यालय में 200 छात्र-छात्राओं को कोवैक्सीन का डोज भी दिया गया. तत्काल सभी 9 संक्रमित छात्रों को दवा की पूरी कीट उपलब्ध करा दी गई है. उन्हें होम आइसोलेशन में भेज दिया गया है. डीपीएम प्रिंस कुमार ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा मधेपुरा के अस्पतालों में कोरोना नियमों का सख्ती से पालन करने का आदेश दिया है.
रिपोर्ट : राजीव रंजन