पीएम मोदी बोले- कोरोना से लड़ाई पूरी बहादुरी से लड़ रहा भारत
भारत में छठे वैक्सीन को मिली मंजूरी
नई दिल्ली : भारत में अब बच्चों को भी कोरोना वैक्सीन जल्द ही लगने शुरू हो जाएंगे। दुनिया की पहली डीएनए वैक्सीन Zydus Cadila द्वारा निर्मित Zycov-D वैक्सीन को DCGI ने मंजूरी दे दी है। इसी के साथ भारत में छठे वैक्सीन को इस्तेमाल की मंजूरी मिल गई है।
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वैक्सीन को इमर्जेंसी यूज ऑथोराइजेशन मिलने के बाद इसे 0, 28 और 56 दिन पर तीनों दी जा सकती हैं। इस वैक्सीन पर अब तक का सबसे बड़ा ट्रायल हुआ है, जिसमें करीब 28000 लोग शामिल हुए थे।
यह 12 साल के बच्चों से लेकर बड़ों को भी लगाई जाएगी। भारत सरकार के जैव प्रौद्योगिकी विभाग ने शुक्रवार को कहा कि इमरजेंसी इस्तेमाल की मंजूरी मिलने के साथ ही यह पहली वैक्सीन होगी जो 12-18 वर्ष आयु के बच्चों एवं किशोरों को लगाई जाएगी।
12 साल के बच्चों को मिलेगी वैक्सीन
अभी तक देश में जो वैक्सीन लगाई जा रही है वह 18 साल से अधिक उम्र के लोगों के लिए है। लेकिन अब 12 साल के ऊपर वाले बच्चों को वैक्सीन दिया जाऐगा। अहमदाबाद स्थित इस फार्मा कंपनी ने अपनी इस वैक्सीन के आपात इस्तेमाल के लिए डीसीजीआइ के पास पहली जुलाई को आवेदन दिया था।
पीएम मोदी ने भारतीय वैज्ञानिकों को दी बधाई
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जायकोव-डी वैक्सीन के इस्तेमाल को मंजूरी दिए जाने को महत्वपूर्ण उपलब्धि बताया है। पीएम मोदी ने कहा कि भारत कोरोना से लड़ाई पूरी बहादुरी से लड़ रहा है। दुनिया की पहली डीएनए आधारित जायडस कैडिला की वैक्सीन भारतीय विज्ञानियों के इनोवेटिव उत्साह को दर्शाती है। वास्तव में यह एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है।
Zycov-D को लेना होगा आसान
Zycov-D को लेना भी आसान होगा और इसमें दर्द भी नहीं होगा। इसको लगाने के लिए नुकीली सुई का इस्तेमाल नहीं किया जाएगा बल्कि इसे फार्माजेट तकनीक से लगाया जाएगा। इस तकनीक में बिना सुई वाले इंजेक्शन में दवा भरी जाती है और फिर उसे एक मशीन में लगाकर बांह में दिया जाता है।