Desk. खबर दिल्ली से है। सुप्रीम कोर्ट के पूर्व जज मदन बी लोकुर को संयुक्त राष्ट्र (UN) ने आंतरिक न्याय परिषद (IJC) का अध्यक्ष नियुक्त किया है। उन्हें इस पद पर 4 साल के लिए नियुक्त किया गया है। वे इस पद पर 2028 तक रहेंगे। वे यूएन के आंतरिक न्याय परिषद का नेतृत्व करेंगे। इसमें अन्य प्रतिष्ठित न्यायविद भी शामिल होंगे। इसको लेकर संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुतारेस ने जस्टिस लोकुर को पत्र लिखा था।
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जस्टिस मदन बी लोकुर का परिचय
न्यायमूर्ति लोकुर का जन्म 1953 में हुआ था। 4 जून 2012 को उन्हें सुप्रीम कोर्ट का न्यायाधीश नियुक्त किया गया था। वे 30 दिसंबर 2018 को सुप्रीम कोर्ट से रिटायर हुए थे। जुलाई 1977 में दिल्ली उच्च न्यायालय और उच्चतम न्यायालय में अपनी वकालत शुरू करने वाले न्यायमूर्ति मदन बी लोकुर 1981 में शीर्ष अदालत में एडवोकेट-ऑन-रिकॉर्ड बने थे और 1997 में उन्हें वरिष्ठ अधिवक्ता नामित किया गया था। 1998 में उन्हें अतिरिक्त सॉलिसिटर जनरल नियुक्त किया गया था और फरवरी 1999 तक जारी रखा गया था। इसके बाद उन्हें दिल्ली उच्च न्यायालय का अतिरिक्त न्यायाधीश नियुक्त किया गया और उसी वर्ष जुलाई में स्थायी न्यायाधीश बनाया गया।
आंतरिक न्याय परिषद में पांच सदस्य होते हैं। इनमें एक कर्मचारी प्रतिनिधि, एक प्रबंधन प्रतिनिधि और दो प्रतिष्ठित बाहरी न्यायविद शामिल होते हैं। इनमें से एक कर्मचारी द्वारा और एक प्रबंधन द्वारा नामित होता है और इसकी अध्यक्षता चार अन्य सदस्यों द्वारा सर्वसम्मति से चुने गए एक प्रतिष्ठित न्यायविद द्वारा की जाती है। आंतरिक न्याय परिषद में सदस्यों की नियुक्ति महासचिव की तरफ से की जाती है।