Ranchi-बाबूलाल मरांडी की किस्मत का फैसला विधानसभा के न्यायाधिकरण में होना है, दलबदल मामले में आठ बिन्दुओं पर सुनवाई होनी है, लेकिन इस बीच सोशल मीडिया में विधायक राजकुमार यादव का एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें वह कहते सुने जा रहे हैं कि बाबूलाल तो गयो भईया, फैसला चाहे जब आये.
Highlights
इस वीडियो के वायरल होते ही भाजपा ने इसे मुद्दा बनाने में देरी नहीं की, पार्टी प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने सत्ता पक्ष पर आरोप लगाते हुए कहा कि बाबूलाल मामले में सत्ता पक्ष की ओर से पूरी स्क्रिप्ट पहले ही लिखी जा चुकी है.
तब क्या यह माना जाए कि यह पूरी कार्रवाई मात्र आई वास है. क्या यह माना जाए कि बाबूलाल का जाना तय है. फिलहाल इस प्रश्न का कोई सीधा जवाब नहीं है, लेकिन इसके प्रकारान्तर एक सवाल यह भी है ईडी के छापे और हालिया अन्य राजनीतिक गतिविधियों की इतनी सटीक और विश्वनीय सूचना सासंद निशिकांत दुबे को कहां से मिल रही है.
“बाबूलाल तो गयो भईया” से झारखंड में खड़ा हुआ एक नया राजनीतिक विवाद
ईडी की हर संभावित गतिविधियों के पहले वह किस स्रोत से इसकी जानकारी प्राप्त कर ट्विट कर रहे हैं. सच्चाई तो यह है कि अब लोग ईडी की संभावित कार्रवाई जानने के लिए निशिकांत दुबे के ट्विट का इंतजार कर रहे हैं. और निशिकांत दुबे भी पूरे डिटेल के साथ ईडी की कार्रवाई से पहले ही इसकी खबर दे रहे हैं. मसलन अब ईडी के निशाने पर कौन है, अगला दिन किसे बुलाना है. इसकी खबर निशिकांत दुबे को कैसे मिल रही है.
राजकीय माघी पूर्णिमा : 21 साल बाद बाबूलाल लगाएंगे गंगा में आस्था की डुबकी