पटनाः बीएड में फीस वृद्धि के विरोध में और नई शिक्षा नीति का छात्र संगठनों ने विरोध किया. छात्रों का आंदोलन अब सड़क पर दिखा. सैकड़ों छात्रों ने सड़कों पर आगजनी की और विवि के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. पटना विवि में बीएड की फीस को 1800 रुपये से बढ़ाकर 1.50 लाख रुपये कर दिया गया था. जब छात्रों ने इसके खिलाफ अवाज उठाई तब फीस को घटाकर 25 हजार रुपये कर दिया गया. छात्रों ने मांग की है कि पूर्व के 1800 रुपये फीस को ही बरकरार रखा जाये. वहीं उग्र छात्रों ने सीनेट की बैठक का भी बहिष्कार किया है.
बुधवार को होनी है सीनेट की बैठक
इस मामले में 18 जनवरी को होने वाली सीनेट की बैठक में चर्चा होनी थी पर, उससे पहले ही हंगामा मच गया. हंगामे का बड़ा कारण यह है कि बीएड पाठ्यक्रम की फीस को लेकर एकरुपता नहीं है. पटना विश्वविद्यालय के ट्रेनिंग कॉलेज में बीएड की फीस 1800 रुपये प्रतिवर्ष है. इसमे भी वीमेंस ट्रेनिंग कॉलेज में एडमिशन लेने वाली छात्राओं को फीस नहीं लगती थी. पर अब इसे विवि प्रबंधन द्वारा इसमें संशोदन किया गया है जिसका छात्र विरोध कर रहें हैं.
1800 से बढ़ाकर किया गया 1.50 लाख फीस
राज्य के विश्वविद्यालयों के अंगीभूत कॉलेजों या फिर प्राइवेट कॉलेजों में भी न्यूनतम फीस 1.50 लाख रुपये है. जबकि राज्य के दर्जनों सरकारी बीएड कॉलेजों में अभी भी फीस 25 हजार के आस-पास ही है. पटना विश्वविद्यालय के सीनेट के सदस्य ने पटना ट्रेनिंग कॉलेज और वीमेंस ट्रेनिंग कॉलेज में संचालित बीएड पाठ्यक्रम के एडमिशन शुल्क बढ़ाने का विरोध किया था. छात्र संघ के अध्यक्ष ने बताया कि हम फीस बढ़ोतरी और नई शिक्षा नीति का विरोध कर रहें हैं.
रिपोर्ट- शक्ति सिंह
विश्वविद्यालयों में रिक्त पदों को लेकर राज्यपाल की चिंता, सिर्फ आश्वासनों से नहीं चलने वाला काम