रांचीः आज से रांची में ग्रामीण ग्रामीण क्षेत्रों में जमीन और मकान की कीमतें बढ़ जाएंगी। रांची जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में जमीन मकान की कीमत में पांच प्रतिशत की बढ़ोतरी की गई है। नई दर एक अगस्त से लागू हो जाएगी। बड़ी हुई दर से स्टांप और निबंधन के लिए जेब ढीली करनी होगी।
कृषि योग्य सबसे सस्ती जमीन युद्दमू के कोरावर गांव की है। इसकी बड़ी हुई दर 1677 रुपये प्रति डिसमिल है। यहां आवासीय जमीन 3354 व व्यावसायिक जमीन 5900 रुपये प्रति डिसमिल है। सबसे महंगी जमीन ककि अंचल के बोड़ेगा मौजा की है।
कृषि योग्य जमीन 274811, आवासीय जमीन 549622 व व्यावसायिक जमीन 988807 रुपये प्रति डिसमिल है।
इसी तरह अन्य अंचल की जमीन की दर में बढ़ोतरी की गई थी। उपयुक्त ने नई दर पर हस्ताक्षर कर दिया है। निबंधन कार्यालय में रजिस्ट्री के लिए भीड़ निबंधन कार्यालय में बुधवार को भीड़ रही। हिनू एवं कचहरी स्थित निबंधन कार्यालय में अन्य दिनों की अपेक्षा प्रापर्टी की अधिक रजिस्ट्री हुई।
देर शाम तक दोनों रजिस्ट्री कार्यालय में भीड़ लगी रही। एक अगस्त को नई दर अपलोड हो जाएगी। दो अगस्त से ग्रामीण इलाके की रजिस्ट्री शुरू हो जाएगी। स्टांप और निबंधन शुल्क ज्यादा लगेगा रजिस्ट्री के दौरान सरकार की ओर से तय मूल्य का सात प्रतिशत स्टांप और निबंधन शुल्क के रूप में भुगतान करना पड़ता है। इसमें बढ़ोतरी से स्टांप और निबंधन शुल्क ज्यादा लगेगा। इसका एसर लोगों की जेब पर पड़ सकता है।
प्रत्येक दो वर्ष पर न्यूनतम मूल्य किया जाता है तय भू-राजस्व एवं निबंधन विभाग प्रत्येक दो साल पर जमीन- मकान को खरीद-बिक्री के लिए न्यूनतम मूल्य तय करता है। मकान को तीन और जमीन को चार श्रेणियों में बांटा गया है। मकान को कच्चा, पक्का और डीलक्स संरचना और जमीन को कृषि, औद्योगिक, व्यावसायिक और आवासीय कार्य में बांटा गया है। इसी के आधार पर मूल्य तय किए गए हैं।