Interesting Political Fight : पीएम मोदी बोले – मेरे जीवन में रामकृष्ण मिशन की बड़ी भूमिका, बैकफुट पर आईं ममता ने तुरंत की जवाबी सभा

रामकृष्ण मिशन, भारत सेवाश्रम और इस्कॉन पर ममता बनर्जी के तीखे हमले की निंदा करते हुए सोमवार को पश्चिम बंगाल के झाड़ग्राम की चुनावी रैली में पीएम मोदी ने ममता बनर्जी पर हमला बोला।

कोलकाता : Interesting Political Fight – लोकसभा चुनाव के पांचवें चरण के बीतते – बीतते पश्चिम बंगाल में सियासी संग्राम रोचक दौर में पहुंच गया है। पहली बार ऐसा हुआ है कि अपने सियासी बयान पर मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ममता बनर्जी को अपना तीखा सियासी जुबानी हमला चुनावी पिच पर उल्टा पड़ता दिखा तो 24 घंटे में ही बैकफुट पर लौटने से गुरेज नहीं किया। रामकृष्ण मिशन, भारत सेवाश्रम और इस्कॉन पर ममता बनर्जी के तीखे हमले की निंदा करते हुए सोमवार को पश्चिम बंगाल के झाड़ग्राम की चुनावी रैली में पीएम मोदी ने ममता बनर्जी पर हमला बोला। कहा कि – ‘मेरे जीवन में रामकृष्ण मिशन की बड़ी भूमिका रही है। वह किसी से छिपी नहीं है, सभी जानते हैं’। जवाब में तुरंत ममता बनर्जी ने अपने सभी पूर्व घोषित कार्यक्रमों को रद्द कर विष्णुपुर पहुंचीं और आनन-फानन में आयोजित सभा में कहा कि मेरे बयान को गलत ढंग से सियासी रंग देकर चुनावी फायदा लेने की कोशिश हो रही है जो कि गलत है।

पीएम नरेंद्र मोदी ने सोमवार को अपनी चुनावी सभा में बड़े आक्रामक अंदाज में दृढ़ता से कहा कि – ‘रामकृष्ण मिशन, साधुसंतों का अपमान बंगाल के लोग बर्दाश्त नहीं करेंगे। रामकृष्ण मिशन और साधु संतों के लिए जिस भाषा का इस्तेमाल बंगाल की मुख्यमंत्री ने किया है, वह निंदनीय है। उसे बर्दाश्त नहीं किया जा सकता। आज यह नरेंद्र दामोदरदास मोदी जो भी कुछ है, उसमें इसी रामकृष्ण मिशन की बहुत बड़ी भूमिका रही है।
झाड़ग्राम की चुनावी रैली में पीएम नरेंद्र मोदी

पीएम बोले – रामकृष्ण मिशन का अपमान बंगाल के लोग सहन नहीं करेंगे

पीएम नरेंद्र मोदी ने सोमवार को अपनी चुनावी सभा में बड़े आक्रामक अंदाज में दृढ़ता से कहा कि – ‘रामकृष्ण मिशन, साधुसंतों का अपमान बंगाल के लोग बर्दाश्त नहीं करेंगे। रामकृष्ण मिशन और साधु संतों के लिए जिस भाषा का इस्तेमाल बंगाल की मुख्यमंत्री ने किया है, वह निंदनीय है। उसे बर्दाश्त नहीं किया जा सकता। आज यह नरेंद्र दामोदरदास मोदी जो भी कुछ है, उसमें इसी रामकृष्ण मिशन की बहुत बड़ी भूमिका रही है। इसे सभी जानते हैं और मैंने भी उसे कभी छिपाया नहीं है। इसका अपमान बंगाल के लोग कत्तई सहन नहीं करेंगे। आज जो पश्चिम बंगाल की हालत है, उसे लेकर पूरा देश चिंतित है। यहां हिंसा होती है। हत्या तो मानों आम बात है। भाजपा के कई कार्यकर्ता राजनीतिक हिंसा में मौत की घाट उतार दिए गए। ऐसी घटनाएं थम नहीं रहीं। इसे लोग भूले नहीं हैं। रामकृष्ण परमहंस और स्वामी विवेकानंद की इस माटी के लोगों को भलीभांति पता है कि उनका यह नरेंद्र मोदी दिनरात आम जनता की तरक्की के लिए काम करता है, दूसरा कोई मिशन नहीं है। इसी बंगाल के मेदिनीपुर और तमलुक में विकास की अपार संभावनाएं हैं, भाजपा को मौका मिला तो उस पर भी अवश्य ही काम होगा, यह तय मानिए’।

बैकफुट पर आईं मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने विष्णुपुर में आननफानन में आयोजित जनसभा में इसी मसले पर सफाई देते नहीं अघाईं और उसी क्रम में पीएम मोदी को यथासंभव आड़े हाथ भी लिया।
फाइल फोटो

ममता बनर्जी बोलीं – स्वामी विवेकानंद और सिस्ट निवेदिता के घरों की पीएम मोदी ने सुध नहीं ली

दूसरी ओर पीएम मोदी के इस आक्रामक अंदाज के बाद बैकफुट पर आईं मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने विष्णुपुर में आननफानन में आयोजित जनसभा में इसी मसले पर सफाई देते नहीं अघाईं और उसी क्रम में पीएम मोदी को यथासंभव आड़े हाथ भी लिया। बोलीं कि ‘स्वामी विवेकानंद का घर नीलाम हो रहा था, उसे तृणमूल कांग्रेस ने ही बचाया। सिस्टर निवेदिता ने दार्जिलिंग में जहां आखिरी सांस ली, उसे भी तृणमूल ने धरोहर के रूप में संजोया। रामकृष्ण मिशन का मुख्य मठ जिस बेलूड़ में स्थित है वहां मठ की मांगों के मुताबिक जेटी निर्माण सहित अन्य सारे काम कराए गए, कोई कोताही नहीं बरती। दक्षिणेश्वर काली मंदिर परिसर में भी भक्तों के सुविधार्थ काम किए गए। बेलूड़ को छोड़ वो (पीएम मोदी) बाकी इन स्थानों पर कितनी बार गए हैं और क्या किया है, कोई नहीं जानता। सच्चाई यह है कि उन्होंने (पीएम मोदी ने) इन स्थानों पर कभी झांका ही नहीं, कभी कोई सुध नहीं ली’।

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