बीजेपी ने पूछा- PPP से अमित अग्रवाल का क्या है संबंध ?

अमित अग्रवाल की गिरफ्तारी से कटघरे में हेमंत सरकार- दीपक प्रकाश

रांची : व्यवसायी अमित अग्रवाल की गिरफ्तारी से झारखंड में राजनीति गरमा गई है.

बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश ने हेमंत सरकार से सवाल करते हुए कहा कि

राज्य की जनता जानना चाहती है अमित अग्रवाल के साथ मुख्यमंत्री के

विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा, प्रेम प्रकाश और निलंबित आईएएस अधिकारी पूजा सिंघल के क्या संबंध हैं.

कानून के हाथ लंबे होते हैं, भाजपा राज्य में व्याप्त भ्रष्टाचार के खिलाफ लगातार संघर्ष कर रही है.

बीजेपी: नए-नए मामले हो रहे उजागर

भाजपा प्रदेश अध्यक्ष एवं सांसद दीपक प्रकाश ने ईडी द्वारा अमित अग्रवाल की गिरफ्तारी पर

राज्य सरकार को कटघरे में खड़ा किया. उन्होंने कहा कि आज झारखंड भ्रष्टाचार का पर्याय बन गया है.

जांच एजेंसियों की कार्रवाई से लगातार नए-नए मामले उजागर हो रहे हैं.

उन्होंने कहा कि राज्य की जनता जानना चाहती है कि अमित अग्रवाल के साथ

मुख्यमंत्री के विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा, निलंबित आईएएस पूजा सिंघल एवं प्रेम प्रकाश के क्या संबंध हैं.

भ्रष्टाचार के खिलाफ बीजेपी का जारी रहेगा संघर्ष

उन्होंने कहा कि राज्य में भ्रष्टाचार को बढ़ावा देने में कई राजनेता एवं

अधिकारियों की सांठगांठ है. जो परत दर परत उजागर हो रही.

दीपक प्रकाश ने कहा कि भ्रष्टाचार के मुद्दों पर प्रदेश भाजपा ने लगातार संघर्ष जारी रखा है.

सदन से सड़क तक हर मुद्दे को चाहे वह खनिज की अवैध तस्करी हो,

बालू घाटों की लूट हो, पत्थर की अवैध तस्करी हो सभी को उजागर किया है.

आगे भी देश हित और राज्य हित में भाजपा का भ्रष्टाचार के खिलाफ संघर्ष जारी रहेगा.

अमित अग्रवाल को ईडी ने किया गिरफ्तार

ईडी ने कोलकाता के कारोबारी अमित अग्रवाल को शुक्रवार को गिरफ्तार कर लिया.

अमित अग्रवाल को पूछताछ के लिए दस्तावेजों के साथ शुक्रवार को ईडी कार्यालय बुलाया था.

पूछताछ के बाद ईडी ने अमित को गिरफ्तार कर लिया.

बता दें कि झारखंड हाईकोर्ट के अधिवक्ता राजीव कुमार को 50 लाख रुपए के साथ

अमित अग्रवाल ने ही पकड़वाया था. इस मामले में झारखंड व बंगाल के दो-दो पुलिस अधिकारी भी ईडी की रडार पर हैं. इन पर अमित अग्रवाल के साथ मिलकर राजीव कुमार के खिलाफ साजिश रचने का संदेह है.

बीजेपी: ईडी को मिली थी अवैध तरीके से रुपयों के लेन-देन की जानकारी

राजीव कुमार की गिरफ्तारी के बाद मनी लाउंड्रिंग की जांच के दौरान ईडी को अवैध तरीके से रुपयों के लेन-देन की जानकारी मिली थी. इस मामले में अमित से पूछताछ की गई थी, लेकिन ईडी उनके जवाब से संतुष्ट नहीं है. अमित ने कोलकाता के हेयर स्ट्रीट थाने में राजीव पर केस दर्ज कराया था. आरोप था कि एक जनहित याचिका मेनेज करने के नाम पर राजीव ने उनसे एक करोड़ रुपए की मांग की थी. 50 लाख रुपए की पहली किस्त लेने राजीव कुमार कोलकाता आए थे. उन्होंने दावा किया था कि कोलकाता पुलिस के साथ मिलकर 31 जुलाई को उनकी गिरफ्तारी करवाई थी.

रिपोर्ट: मदन सिंह

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