गुमला: उपायुक्त कर्ण सत्यार्थी ने सदर अस्पताल का आज औचक निरीक्षण किया. 4 घंटे के निरीक्षण के क्रम में उपायुक्त ने पूरे अस्पताल का जायजा लिया. उपायुक्त ने अस्पताल के 11 से अधिक विभाग का निरीक्षण किया. जिसमें ओपीडी, जांच केंद्र, महिला एवं पुरुष वार्ड, एमटीसी सेंटर, इमरजेंसी वार्ड, दवा केंद्र, आयुष्मान केंद्र, आई चेकअप ओपीडी, ब्लड बैंक, मेंटल हेल्थ सेंटर जैसे कई विभाग और वार्ड शामिल थे. इस दौरान उन्होंने एक एक कर पूरे अस्पताल की व्यवस्थाओं का जांच किया. डॉक्टरों से प्रति दिन के कार्यों की जानकारी ली, साथ ही डॉक्टर्स द्वारा किए गए मरीजों के इलाज से जुड़े डाटा एंट्री पंजी की भी जांच की. डॉक्टर्स ने भी अपनी समस्याओं से उपायुक्त को अवगत कराया साथ ही जांच हेतु नए इक्विपमेंट्स की मांग की. उपायुक्त ने सभी इक्विपमेंट की सूची को नोट किया एवं जल्द ही सामग्रियों को उपलब्ध कराने की बात कही.
जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र को लेकर दिए निर्देश
उपायुक्त ने जन्म एवं मृत्यु प्रमाण पत्र को लेकर कर्मियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए. उन्होंने कहा कि मृतक के परिजनों को जन्म या मृत्यु प्रमाण पत्र बनाने को लेकर अस्पताल का चक्कर न लगाना पड़े, इसलिए जरूरी दस्तावेजों की सूची काउंटर के बाहर बड़े अक्षरों में लिखने का निर्देश दिया. साथ ही अविलंब जन्म अथवा मृत्यु प्रमाण पत्र परिजनों को निर्गत करवाने की बात कही.
इलाज की प्रक्रिया से अवगत हुए उपायुक्त
निरीक्षण के दौरान शिशु केंद्र में उपस्थित डॉक्टर से प्रति दिन के केस के बारे में जानकारी ली. साथ ही बच्चों को दिए जाने वाले दवाओं की भी सूची देखी. डॉक्टर ने बताया कि प्रति दिन लगभग 200 बच्चे अपने इलाज के लिए आते हैं. जिनमें से 10 प्रतिशत बच्चे सीवियर भी होते हैं. जिनके इलाज की प्रक्रिया से उपायुक्त अवगत हुए. उपायुक्त ने सिकल सेल एनीमिया, थैलेसिम के मरीजों को लेकर गंभीरता व्यक्त की उन्होंने एसीएमओ को इससे संबंधित अभियान चलाने हेतु नोडल पदाधिकारी बनाया. उन्होंने परिवार नियोजन परामर्श केंद्र, टीकाकरण केंद्र, फीमेल वाह्य विभाग का भी निरीक्षण किया. सभी कार्यालयों में जाकर उपायुक्त ने आवश्यक दस्तावेजों की भी जांच की.
इसके अलावा उपायुक्त ने अस्पताल में बन रहे सीटी स्कैन रूम और एक्सरे रूम का भी निरीक्षण किए और आवश्यक दिशा निर्देश दिए. उन्होंने सभी प्रक्रियाओं को 1 महीने के अंदर पूरा करने के लिए उक्त मशीनों का अस्पताल में अधिष्ठापन करने का निर्देश दिया. उन्होंने इस दौरान वहां आए मरीजों से उनका हाल चाल लिया एवं उन्हें अस्पताल में मिलने वाली सुविधाओं के बारे में जानकारी ली।
मरीजों से उपलब्ध सुविधाओं की ली जानकारी
उपायुक्त ने मरीजों का हाल चाल जाना साथ ही मरीजों द्वारा बताए गए अस्पताल की समस्याओं पर भी गंभीरता दिखाई. साथ ही संबंधित पदाधिकारी को तुरंत उस पर एक्शन लेने का निर्देश दिया. साथ ही जांच करने की बात कही. उन्होंने मरीजों से बातचीत के दौरान ये भी सुनिश्चित किया कि एंबुलेंस से लेकर अस्पताल में मिलने वाले सुविधाओं एवं निःशुल्क मिलने वाली दवाओं के लिए कोई अवैध रूप से पैसे तो नहीं ले रहे. उपायुक्त ने मरीजों से ही वहां मिलने वाली उपचार, साफ सफाई, व्यवस्था एवं भोजन इत्यादि के बारे में जानकारी ली. इन सभी सुविधाओं के नियमित रूप से मिलने की बात पर मरीजों ने हामी भरी.
गुणवत्ता के खराब होने पर उपायुक्त ने नाराजगी व्यक्त की
निरीक्षण के क्रम में उपायुक्त ने शौचालयों में भी जाकर वहां की व्यवस्था को देखा. आवश्यक कमियों को देखते हुए उसे दुरुस्त करने का निर्देश संबंधित पदाधिकारी को दिया. इस दौरान उपायुक्त ने अस्पताल परिसर अंतर्गत निर्माणाधीन सेफ्टिक टैंक का भी निरीक्षण किया. गुणवत्ता के खराब होने पर उपायुक्त ने नाराजगी व्यक्त की. इसमें सुधार करते हुए सेफ्टिक टैंक का निर्माण करने का निर्देश दिया.
निरीक्षण के दौरान एसडीओ सदर, सिविल सर्जन, एसीएमओ, सदर अस्पताल उपाधीक्षक, प्रभारी एचएम सहित अस्पताल के अन्य डॉक्टर्स एवं कर्मी मौजूद रहें.