डिजीटल डेस्क : वोटरों को रिवाल्वर से डराते दिखे इंस्पेक्टर, अखिलेश यादव ने तुरंत निलंबित करने की मांग की। बुधवार को यूपी में 9 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव के लिए वोटिंग के दौरान पुलिस-प्रशासन पर सत्तारूढ़ दल के प्रत्याशियों के फेवर में काम करने का आरोप लगाते हुए समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव मुखर नजर आए।
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चुनाव आयोग तक को सपा मुखिया ने सीधे निशाने पर लिया और मूकदर्शक बताया। प्रकरण पर संज्ञान लेकर आयोग की ओर से तत्परतापूर्ण कार्रवाई होते ही सपा खेमे का हौसला बुलंद हुआ और उन्होंने कई अन्य इलाकों से हैरतअंगेज वीडियो क्लिप जुटाकर सोशल मीडिया पर डाला।
इनमें से एक मुजफ्फरनगर के मीरापुर का है जिसे में एसएचओ वोटरों पर रिवाल्वर ताने हुए उन्हें डराते हुए दिख रहे हैं। अखिलेश यादव ने चुनाव आयोग से तुरंत इस इंस्पेक्टर को सस्पेंड करने की मांग की है।

सपा के आरोपों पर चुनाव आयोग का एक्शन, 10 पुलिस वाले सस्पेंड
समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव की ओर से अपने सोशल मीडिया हैंडल एक्स पर बुधवार सुबह वोटिंग शुरू होते ही सभी नौ सीटों से हंगामेदार घटनाओं का वीडियो डालकर चुनाव आयोग का ध्यान आकृष्ट किया जाना शुरू हुआ। इस बीच मुजफ्फरनगर के मीरापुर उपचुनाव को लेकर अखिलेश यादव ने बड़ा आरोप लगाया
। सपा मुखिया ने अपने सोशल मीडिया हैंडल एक्स पर वीडियो पोस्ट कर लिखा- ‘मतदाताओं को रिवॉल्वर दिखाकर धमकाया जा रहा है। एसएचओ को चुनाव आयोग तुरंत निलंबित करे’।
लगातार मिल रही शिकायतों के बाद चुनाव आयोग ने बड़ा एक्शन लिया है। उपचुनाव में ड्यूटी कर रहे 10 पुलिसकर्मी सस्पेंड किए गए हैं। इन पर वोटर्स की आईडी चेक करके परेशान करने का आरोप है। मुरादाबाद में 6, कानपुर के 2, मुजफ्फरनगर के 2 पुलिसकर्मी निलंबित किए गए हैं।

हंगामे के बीच सायं 5 बजे यूपी के 9 सीटों पर 44.11 फीसदी पड़े वोट
बुधवार को यूपी में उपचुनाव के लिये मतदान के दौरान कानपुर की सीसामऊ, मुरादाबाद की कुंदरकी और मुजफ्फरनगर में पोलिंग बूथ पर हंगामा हुआ। कुंदरकी में तनाव उस वक्त बढ़ गया जब सपा प्रत्याशी हाजी रिजवान ने चुनाव रद्द करने की मांग की। सपा ने पुलिसकर्मियों पर लोगों को वोट डालने से रोकने का आरोप लगाया।
समाजवादी पार्टी ने आरोप लगाया है कि कानपुर के सीसामऊ, मुरादाबाद के कुंदरकी,मुजफ्फरनगर के मीरापुर और अंबेडकरनगर के कटेहरी में लोगों को वोट देने से रोका गया, पुलिस वोटरों की आईडी चेक कर रही है और उन्हें वोट देने से रोक रही है।
इस बीच राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी की ओर से उपचुनाव के लिए पड़े मतों का ब्योरा जारी किया। इस आंकड़ें के मुताबिक, तमाम हंगामें और आयोग की कार्रवाई के बीच यूपी के 9 सीटों पर बुधवार सायं 5 बजे तक 44.11 फीसदी मतदान हुआ।
इनमें सीसामऊ में 49.03 फीसदी, मीरापुर में 57.02 फीसदी, मझवां में 50.41 फीसदी, खैर में 46.35 फीसदी, फूलपुर में 43.43 फीसदी, कुंदरकी में 57.32 फीसदी, करहल में 53.92 फीसदी, कटेहरी में 56.69 फीसदी और गाजियाबाद में 33.30 फीसदी मतदान होने की पुष्टि की गई है।

मुजफ्फरनगर के मीरापुर में मतदान शुरू होते ही शुरू हो गया था बवालों का दौर…
बुधवार को विधानसभा उपचुनाव के क्रम में मुजफ्फरनगर के मीरपुर में मतदान शुरू होने के कुछ ही देर बाद रूक-रूक बवाल की स्थिति बनी रही।
रूक-रूक कर मुस्लिम बाहुल्य इलाके में पुलिस टीम पर छतों से पथराव किया गया। इस दौरान थाना प्रभारी राजीव शर्मा और कई पुलिसकर्मी घायल हो गए थे। एसएसपी अभिषेक सिंह ने मौके पर पहुंचकर स्थिति को नियंत्रित किया। मतदान स्थल पर भी पुलिस टीम तैनात की गई।
इस बीच सपा सांसद ने तुल्हैड़ी, ककरौली, जौली, कैथोड़ा आदि में मतदाताओं को रोकने के आरोप लगाया तो दूसरी ओर एनडीए के रालोद प्रत्याशी मिथलेश पाल ने पूर्व सांसद कादिर राणा पर फर्जी मतदान कराने के आरोप लगाए।
मिथलेश पाल ने कहा कि बाहर से कुछ लोगों को मीरापुर क्षेत्र में ठहराया गया है, जिनके द्वारा फर्जी वोट डाली जा रही है। उन्होंने चुनाव आयोग समेत जिला निर्वाचन अधिकारी से शिकायत की है।
निर्वाचन अधिकारी के मुताबिक, मीरापुर विधानसभा सीट पर कुल 3.23 लाख मतदाता हैं, जिनमें 1.71 लाख पुरुष और 1.52 लाख महिला मतदाता हैं। सुबह 7 बजे इस सीट के सभी 151 मतदान केंद्रों के 328 बूथों पर मतदान आरंभ हुआ तो मतदान केंद्रों पर लाइन लगी हुई थी।

सपा सांसद हरेंद्र मलिक ने पुलिस-प्रशासन पर लगाए पक्षपातपूर्ण रवैया अपनाने के गंभीर आरोप
इस बीच बुधवार को मीरापुर उपचुनाव में मतदान को लेकर सपा सांसद हरेंद्र मलिक ने स्थानीय पुलिस-प्रशासन के साथ ही चुनाव ड्यूटी पर तैनात सरकारी टीम पर बड़ा आरोप लगाया। सपा सांसद हरेंद्र मलिक ने पुलिस प्रशासन पर एक वर्ग विशेष के वोट न डालने देने का आरोप लगाया।
साथ ही आला अधिकारियों पर शिकायतों की अनदेखी करने का भी आरोप मढ़ा। सांसद हरेंद्र मलिक ने कहा कि – ‘यहां चुनाव नहीं लोकतंत्र की हत्या हो रही है। …सरकार आनी जानी होती है, लेकिन लोकतंत्र जिंदा रहना चाहिए’।