रांची : पिछले कई दिनों से मोरहाबादी मैदान में दुकान लगाने की आस में बैठे दुकानदार आज से मान्य पैलेस के समक्ष आंदोलन करेंगे. 27 जनवरी को गैंगवार में हुई हत्या के बाद सरकार के दुकान हटाने के आदेश के बाद से दुकानदार लगातार जगह की मांग कर रहे हैं. नगर निगम ने मंगलवार को भूमि पूजन के बाद दोबारा दुकानें लगाने पर रोक लगा दी है. मोरहाबादी दुकानदारों ने निगम पर वादा खिलाफी का आरोप लगाया है. संभावना जतायी जा रही है कि मोरहाबादी के सभी दुकानदार गुरुवार को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से भी मुलाकात करने की कोशिश करेंगे.
दरअसल, मोरहाबादी मैदान के फुटपाथ दुकानदार दुकान हटाने के आदेश के विरोध में पिछले कई दिनों से आंदोलन पर थे. इसके बाद निगम उन्हें मोरहाबादी में ही जगह देने को तैयार हुआ था. मैदान के उत्तरी हिस्से में मंगलवार को भूमि पूजन के बाद दुकान लगाने को लेकर दुकानदार आपस में ही भिड़ गए. गाली-गलौज के बाद मारपीट तक की नौबत आ गई.
निगम के अपर नगर आयुक्त कुंवर सिंह पाहन ने कहा कि झगड़ा-झंझट से दुकानदार बचे रहें, इसलिए इनकी शिफ्टिंग की जा रही थी, लेकिन ये आपस में ही लड़ रहे हैं. इसलिए इन्हें दुकान लगाने से रोक दिया गया है. इन्हें अब सड़क के आउटर हिस्से में बसाया जाएगा.
मोरहाबादी फुटपाथ दुकानदार संघ के अध्यक्ष कुमार रोशन ने कहा कि नगर निगम ने दुकानदारों के साथ वादाखिलाफी की है. आज से नए सिरे से आंदोलन की घोषणा की जाएगी. वही दुकानदार का कहना है कि अगर नगर निगम दुकान नई जगह नहीं लगाने देगी तो बड़ा आंदोलन भी किया जाएगा.
बता दें कि राजधानी रांची का हाई प्रोफाइल इलाका मोरहाबादी में दिनदहाड़े गोलीमारी के बाद प्रशासन ने सभी फुटकर दुकानों को एक सप्ताह में हटाने का आदेश दिया था. इसके साथ ही विरोध की राजनीति शुरू हो गयी, विपक्षी दलों की ओर से भी इसे मुद्दा बना दिया गया.
रिपोर्ट : करिश्मा सिन्हा
सरकारी कर्मियों को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का पुरानी पेंशन स्कीम का तोहफा