पुरानी पेंशन लागू, लेकिन फंड कहां से लायेगी हेमंत सरकार- आजसू

Ranchi-Old pension scheme- आजसू प्रवक्ता देवशरण भगत ने राज्य की कानून व्यवस्था पर

सवाल खड़ा करते हुए कहा है कि 29 महीने की हेमंत सोरेने की सरकार में कानून व्यवस्था की लचर रही.

पूरे राज्य में आपराधी बेलगाम हो चुके हैं.

29 माह में दुष्कर्म की 4425 वारदात

हेमंत सोरेन के कार्यकाल में अपराध के आंकड़ों को गिनाते हुए देवशरण भगत बतलाया कि

इन 29 महीने में राज्य में दुष्कर्म की 4425 घटनाएं हुई है,

राज्य में अपराध की बेतहाशा वृद्धि पर हाईकोर्ट ने भी तल्ख टिप्पणी की थी.

देवशरण भगत ने कहा कि राज्य में सबसे ज्यादा साम्प्रदायिक दंगे पिछले एक वर्ष में हुए है.

इन बढ़ते आंकड़ों के बावजूद इनके विधायक बाहर घूम रहे हैं.

राज्य में जारी ऊहापोह के बीच सरकार की ओर से एक दिन का विशेष सत्र क्यों बुलाया जा रहा है,

यह समझ से परे है.

राज्यपाल रमेश बैस के दिल्ली के जाने के सवाल पर देवशरण भगत ने कहा कि

यह कोई मुद्दा नहीं हो सकता, राज्यपाल का केन्द्र का प्रतिनिधि है.

केन्द्र के साथ उसका तालमेल होता है.

Old pension scheme was closed by Manmohan government- Ajsu

जबकि Old pension scheme की चर्चा करते हुए आजसू के केंद्रीय उपाध्यक्ष हसन अंसारी ने कहा

इस योजना को पूर्व की मनमोहन सरकार ने बंद किया था और

वैसे ही पुरानी पेंशन योजना को लागू करने वाला झारखंड पहला राज्य नहीं है.

इससे पहले भी चार राज्य इस योजना को एक बार फिर से अपना चुका हैं.

Many discrepancies in the Old pension scheme

इसके साथ ही पुरानी पेंशन योजना में भी कई विसंगतियां हैं.

जिसका सरकरा की ओर से कोई समाधान नहीं किया गया, भविष्य में यह परेशानी का कारण बन सकता है.

लेकिन सबसे बड़ी चुनौती फंड की व्यवस्था करने की है, सरकार इसके लिए पैसे कहां से लायेगी,

इसकी कोई जानकारी नहीं दी जा रही है. सरकार को फंड की व्यवस्था से जुड़े शंकाओं का समाधान करना चाहिए.

सरकार का चुनावी वादा होने के बावजूद हेमंत सरकार को पुरानी पेंशन स्कीम को लागू करने में ही ढाई वर्ष लग गयें.

अब इसकी फंड की व्यवस्था कैसी होगी.

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