बोकारो : इंजीनियरिंग करने के बाद भी नौकरी नही मिल पाने से परेशान एक ज़िन्दगी ख़त्म हो गयी. युवा बेरोजगारों की लम्बी लाइन लगी हुई है. डिग्री लेकर युवा बेरोजगार घुम रहे हैं. उस कोरोना महामारी ने नौकरी के रास्ते भी बंद कर दिए हैं. ऐसे में हताश युवा डिप्रेशन का शिकार हो रहे हैं और नतीजा ज़िन्दगी का खात्मा तक पहुँच रहा है. बोकारो जिले में भी ऐसी ही एक मासूम ज़िन्दगी बेरोज़गारी की भेंट चढ़ गयी.
जिले के चास थाना क्षेत्र के तारानगर स्थित फेरी मोहल्ला के रणवीर सिंह की 21 वर्षीय पुत्री रिया राज ने अपने कमरे में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. घटना की सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है. बता दें की मृतक के पिता पिंडराजोरा में मोटरसाइकिल के शोरूम चले गए थे और मां शाम को मंदिर गई हुई थी. जब ये घटना घटी युवती घर में अकेली थी. बताया जा रहा है कि मृतक इंजीनियरिंग करने के बाद नौकरी नहीं मिलने से डिप्रेशन में थी. फिलहाल वह बीबीए कर रही थी. परिजनों के मुताबिक उसके सभी बैचमेट नौकरी कर रहे हैं, जब इसे नौकरी नहीं मिली तो काफी परेशान रहने लगी. कुछ दिन पहले डिप्रेशन में चली गयी थी और उसका इलाज रांची में चल रहा था . हलांकि पुलिस मामले में कुछ बोलने को तैयार नहीं है. स्प्ष्ट रूप से घटना के कारण पता नहीं चल पाया है. पुलिस मामले की जांच में जुटी है.
रिपोर्ट : चुमन कुमार
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