पटना: Building Construction विभाग द्वारा सूचना एवं जनसंपर्क विभाग के सहयोग से बुधवार को सूचना भवन के संवाद कक्ष में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस को मंत्री जयंत राज ने संबोधित किया। इस अवसर पर सचिव कुमार रवि सहित विभिन्न पदाधिकारी एवं अभियंतागण उपस्थित रहें। राजधानी क्षेत्र पटना एवं अन्य स्थानों पर विभाग के स्वामित्व में स्थित भूमि पर कार्यालय एवं आवासीय भवनों का निर्माण, रख-रखाव तथा प्रशासी विभाग के अनुरोध पर नए कार्यालय / आवासीय भवनों का निर्माण, प्राचीन एवं ऐतिहासिक स्मारकों का मरम्मति एवं रख-रखाव भवन निर्माण विभाग की मुख्य जिम्मेवारी है।
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विगत वर्षों में भवन निर्माण विभाग के उत्तरदायित्व में गुणात्मक वृद्धि हुई है जो विभाग द्वारा किए जा रहे व्यय से परिलक्षित होता है। जहां वर्ष 2006-07 में विभाग का बजट उपबंध योजना मद 58.65 करोड़ एवं गैर योजना मद-214.01 करोड कुल-272.66 करोड़ के विरूद्ध योजना मद में 19.58 करोड़ एवं गैर योजना मद में 181.48 करोड़ कुल- 201.06 करोड़ व्यय किया गया था जबकि वर्ष 2023-24 के दौरान योजना मद में 5686.32 करोड एवं गैर योजना मद में 709.21 करोड़ कुल-6395.53 करोड़ उपबंधित राशि के विरूद्ध योजना मद में 3565.50 एवं गैर योजना मद में 646.86 करोड़ कुल-4212.36 करोड़ रूपये का व्यय किया गया।
विगत 15-20 वर्षों में भवन निर्माण विभाग द्वारा राजधानी क्षेत्र पटना में कई आईकॉनिक भवनों का निर्माण किया गया है तथा कई कार्यालय भवनों के उन्नयनीकरण का कार्य किया गया है। नए भवनों के निर्माण एवं पुराने भवनों के उन्न्यनीयकरण से राजधानी क्षेत्र के व्यापक स्वरूप में सकारात्मक बदलाव स्पष्ट परिलक्षित होता है। राजा बाजार फ्लाईओवर से उतरने के पश्चात सरदार पटेल भवन की मनोरम वास्तुकला सहज ही लोगों का ध्यान आकृष्ट करती है। यह बिहार का पहला भवन है, जिसके निर्माण में भूकंपरोधी तकनीक का उपयोग किया गया है।
विश्वेश्वरैया भवन एवं विकास भवन के उन्नयनीकरण के पश्चात ये पुराने भवन भी अत्यंत आकर्षक स्वरूप में दिखने लगे हैं। इन भवनों के साथ बेसमेंट पार्किंग का निर्माण किया गया है जिससे वाहनों के सुगम एवं सुचारू पार्किंग की व्यवस्था सुनिश्चित की जा रही है। इसमें लगाए गए फसाड लाईटिंग रात्रि प्रहर में इन भवनों को और अधिक सुंदरता प्रदान करते हैं। बिहार संग्रहालय का भवन आधुनिक वास्तुकला का उत्कृष्ट नमूना है। इस भवन को कई राष्ट्रीय पुरस्कारों से नवाजा जा चुका है। आयकर गोलंबर के पास निर्मित नियोजन भवन भी अपना एक अलग पहचान रखता है।
तारामंडल, पटना उन्नयन कार्य के उपरांत राज्य भर के लोगों का आकर्षण का केन्द्र बना हुआ है। नेहरू पथ पर अवस्थित ये सभी भवन तथा नवनिर्मित नेहरू पार्क पटना शहर को एक नया एवं आकर्षक स्वरूप प्रदान कर रहा है। शास्त्रीनगर में वरीय पदाधिकारियों के लिए बहुमंजिले आवासीय परिसर का निर्माण किया गया है। इसके समीप ही योग एवं ध्यान केन्द्र का निर्माण किया गया है। बिहार योग विद्यालय मुंगेर के सहयोग से यहा नियमित योगाभ्यास की व्यवस्था सुनिश्चित की गई है।
विधान पार्षद एवं विधान सभा सदस्यों के आवासन हेतु वीरचन्द पटेल पथ पर बिहार में प्रथम बार रो हाउसिंग का निर्माण किया गया है जिसमें विधान पार्षदों हेतु 75 बंगलों का निर्माण पूर्ण कर लिया गया है। विधान सभा सदस्यों हेतु 243 भवनों का निर्माण किया जा रहा है, जिसमें से 88 बंगलों का निर्माण कार्य पूर्ण कर लिया गया है। शेष का निर्माण अग्रिम चरण में है। जिला अतिथिगृह, पटना का नया भवन भी आधुनिक सुविधाओं से युक्त एवं आकर्षक है।
राज्य सरकार के निदेशानुसार गर्दनीबाग आवासीय क्षेत्र का पुनर्विकास किया जा रहा है। इस परियोजना के अंतर्गत मंत्रीगण हेतु 20 अदद डुप्लेक्स बगलों का निर्माण किया गया है। वरीय पदाधिकारियों के आवासन हेतु बहुमंजिले आवासीय परिसर का निर्माण किया गया है. जिसमे 752 फ्लैट है। इसी प्रकार तृतीय श्रेणी के कर्मियों हेतु भी 752 फ्लैटों एवं चतुर्थ वर्गीय कर्मियों के लिए 432 फ्लैट का निर्माण किया गया है।
महात्मा गांधी के मोहन से महात्मा बनने की गाथा, बिहार में विशेषकर चम्पारण में उनके द्वारा किए गए कार्यों, स्वतंत्रता आंदोलन में बापू के योगदान, उनके आदर्शों एवं बिहार सरकार द्वारा प्रारंभ की गई महात्मा गांधी के विचारों पर आधारित योजनाओं की जानकारी मनोरंजक ढंग से आम जनों तक पहुंचाने के उद्देश्य से नवन निर्माण विभाग द्वारा गर्दनीबाग में बापू टावर का निर्माण किया गया है। बापू टावर आज के दिन में पटना वासियों के लिए कौतूहल का विषय बना हुआ है। आज तक 2602 लोग बापू टावर का भ्रमण कर चुके हैं। सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर लोगों की प्रतिक्रिया इसकी सुंदरता एवं अनोखेपन की व्याख्या करने के लिए पर्याप्त है।
विधान मंडल भवन के साथ निर्मित नया विधान मंडल भवन तथा फुलवारीशरीफ में निर्मित परिवहन परिसर अपनी अलग पहचान स्थापित करता है। गांधी मैदान के निकट निर्मित सम्राट अशोक कन्वेंशन केंद्र में निर्मित 5000 लोगों के बैठने की क्षमता वाला बापू सभागार एवं ज्ञान भवन आधुनिक निर्माण शैली का उत्कृष्ट उदाहरण है। परिसर में निर्मित सभ्यता द्वार नगर वासियों एवं पर्यटकों के आकर्षण का केन्द्र बना हुआ है।
बिहार राज्य भवन निर्माण निगम द्वारा निर्मित अंजुमन इस्लामिया हॉल अपने वास्तुकला के लिए राष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बना चुका है। इस भवन को अनोखे वास्तुकला के लिए विश्वकर्मा अवार्ड से पुरस्कृत किया गया है। गुरू गोविन्द सिंह जी महाराज के पावन धरती पटना साहिब में भवन निर्माण विभाग द्वारा निर्मित प्रकाश पुंज अपने अनोखे वास्तुकला के कारण पर्यटकों को आकर्षित कर रहा है।
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पटना से विवेक रंजन की रिपोर्ट
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