Patna– बिहार के नये कानून मंत्री कार्तिकेय कुमार के खिलाफ कानूनी जंग की शुरुआत हो चुकी है.
Highlights
उनके खिलाफ एक पुराना मामला को सामने लाया गया है.
बतलाया जा रहा है कि उनके खिलाफ एक अपहरण का मामला दर्ज है
और उस मामले में उनके खिलाफ वारंट भी जारी किया जा चुका है.
दावा किया जा रहा है कि यह राजीव रंजन की किडनैपिंग से जुड़ा मामला है.
इस मामले में उनके खिलाफ वारंट भी जारी किया गया है.
लेकिन बिहार के कानून मंत्री ने कोर्ट में सरेंडर नहीं किया और ना ही जमानत की अर्जी दी है.
कल ही यानी 16 अगस्त जब वह कानून मंत्री के रुप में अपना शपथ ले रहे थें, उन्हे कोर्ट में पेश होना था.
कानून मंत्री कार्तिकेय कुमार के खिलाफ है दर्ज है अपहरण का मामला
इस मामले को सामने आने के बाद भाजपा आक्रमक हो गयी है, भाजपा की ओर से इसे
जंगल राज की वापसी बतायी जा रही है, जबकि कार्तिकेय सिंह इसे भाजपा की हताशा बतला रहे हैं.
उनका कहना है कि इस मामले को एक राजनीति मंशा के तहत उछाला जा रहा है,
जबकि इस मामले की जानकारी उनके द्वारा अपने चुनावी हलफनामे दी जा चुकी है.
पूरा मामला चुनाव आयोग के संज्ञान में है.
यहां बतला दें कि कार्तिकेय सिंह आरजेडी के विधान पार्षद हैं. उन्होंने विधान परिषद चुनाव
में जेडीयू के उम्मीदवार को पटखनी दी थी.मोकामा के रहने वाले कार्तिकेय सिंह शिक्षक भी रह चुके हैं.
बताया जाता है कि अनंत सिंह इन्हें मास्टर साहब के रुप में संबोधित करते हैं.
दावा किया जाता है कि अनंत सिंह की अनुपस्थिति में कार्तिकेय मास्टर ही मोकामा से लेकर पटना तक अनंत सिंह के सारे काम देखते हैं.
भाजपा को सता रही है सत्ता जाने का गम- जमा खान
जब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से इस मामले में सवाल किया गया तो उनका कहना था कि
उन्हे इस बात की जानकारी नहीं है. इस बीच अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री जमा खान
ने कहा की भाजपा को सत्ता खोने की हताशा है, सत्ता जाने का गम से भाजपा बाहर नहीं निकल पा रही है.
इसलिए अनर्गल आरोप लगाया जा रहा है.
रिपोर्ट- शक्ति
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