मेरे जवानों के लिए सेना में जाना कोई नौकरी नहीं, साधना है: मोदी
रजौरी : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सुरक्षाबलों के साथ दिवाली मना रहे हैं.
Highlights
प्रधानमंत्री आज राजौरी जिले के नौशेरा सेक्टर पहुंचे.
यहां उन्होंने सैनिकों को दीपावली की शुभकामनाएं दीं और उन्हें मिठाई भी खिलाई. नौशेरा में पीएम मोदी ने शहीद जवानों को श्रद्धांजलि दी.
इस दौरान जवानों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि मैं यहां देश के 130 करोड़ लोगों की दुआ लेकर आया हूं.
अपने संबोधन में पीएम मोदी ने कहा कि नौशेरा ने दुश्मनों को हमेशा मुंहतोड़ जवाब दिया है.
मेरे जवानों के लिए सेना में जाना कोई नौकरी नहीं है बल्कि साधना है.
आप मां भारती का जीता-जागता सुरक्षा कवच हैं.
आपकी वजह से देश में शांति और सुरक्षा है.
उन्होंने कहा कि भारत हजारों साल पहले भी अमर था और आने वाले हाजारों साल भी अमर रहेगा.
पीएम मोदी ने जवानों को खिलाई मिठाई
मोदी ने कहा, मैं यहां प्रधानमंत्री के तौर पर नहीं, आपके परिवार के तौर पर आया हूं.
आपका जो भाव अपने परिवार में जाकर होता है, वही मुझे अनुभव हो रहा है.
मैंने हर दिवाली सीमा पर तैनात आप लोगों के बीच मनाने का संकल्प लिया.
आज मैं यहां से नई उमंग और नया विश्वास लेकर जाऊंगा.
आज शाम हिंदुस्तान का हर नागरिक दिवाली पर एक दीया आपके पराक्रम, शौर्य, त्याग और तपस्या के नाम जलाएंगे.
आप मां भारती का जीता-जागता सुरक्षा कवच हैं: मोदी
प्रधानमंत्री ने कहा कि आपको जो सौभाग्य मां की सेवा का मिला है, आपके चेहरे के उन मजबूत भाव को देख रहा हूं.
आपका यही संकल्प पराक्रम करने की पराकाष्ठा, हिमालय हो, गहरी खाई हो, ऊंची चोटियां हों.
वहां आप मां भारती का जीता जागता कवच हैं. आपके सामर्थ्य से देश में एक निश्चिंतता होती है.
आपके पराक्रम की वजह से हमारे पर्वों में चार-चांद लग जाते हैं.
दिवाली के बाद गोवर्धन पूजा, छठ पूजा की भी आप सभी देशवासियों को शुभकानाएं देता हूं.
पहले हथियारों के लिए दूसरे देशों पर निर्भर थे, अब आत्मनिर्भर भारत पर जोर: मोदी
मोदी ने कहा कि पहले हाल ये था कि जरूरत पड़ने पर जल्दबाजी में हथियार खरीदे जाते थे.
आज रक्षा के क्षेत्र में आत्मनिर्भरता आ रही है.
भारत ने यह तय किया है कि अब 200 से ज्यादा हथियार, साजो-सामान देश के भीतर ही खरीदे जाएंगे
. ऐसे और भी कई सारे प्रयास किए जा रहे हैं.
इससे डिफेंस सेक्टर मजबूत होगा. यह भारत के सामर्थ्य को दर्शाता है.
प्रधानमंत्री ने कहा कि हमें अपनी तैयारियों को दुनिया में हो रहे तेज परिवर्तन के साथ ढालना होगा.
पहले हाथी, घोड़े से लड़ाइयां होती थीं, लेकिन आज की युद्ध काफी बदल गई है.
तकनीक के विकास से बड़ा परिवर्तन आया है. इसे देखते हुए हमने भी कई नए बदलाव किए हैं.