पटना : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने निर्माणाधीन राष्ट्रीय डॉल्फिन अनुसंधान केंद्र का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान भवन निर्माण विभाग के सचिव कुमार रवि ने मुख्यमंत्री को निर्माण कार्य की अद्यतन प्रगति के संबंध में विस्तृत जानकारी दी। पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग की सचिव बंदना प्रेयसी ने निरीक्षण के दौरान मुख्यमंत्री को बताया कि इस जी प्लस टू संरचना में पुस्तकालय, सेमिनार और अकादमिक हॉल के साथ विभिन्न प्रयोगशालाएं होंगी। मुख्यमंत्री ने नए राष्ट्रीय डॉल्फिन अनुसंधान केंद्र के अंतर्गत निर्माण किए जा रहे विभिन्न भागों का निरीक्षण किया और अधिकारियों को निर्देश दिया कि नए राष्ट्रीय डॉल्फिन अनुसंधान केन्द्र का निर्माण कार्य जल्द पूर्ण करें।
उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय डॉल्फिन अनुसंधान केन्द्र के निर्माण के पीछे की अवधारणा है कि एक ही छत के नीचे भारत के राष्ट्रीय जलीय पशु गंगा डॉल्फिन से संबंधित सभी प्रकार के अनुसंधान किए जा सकेंगे और उनका संरक्षण हो सकेगा। यह शोध संस्थान अत्याधुनिक सुविधाओं से युक्त भारत के राष्ट्रीय जीव गंगा डॉल्फिन के लिए एक प्रमुख शोध केन्द्र बनेगा, जो पर्यावरण के दृष्टिकोण से भी उत्कृष्ट होगा। गंगा नदी के इस अनुसंधान केन्द्र से सटे होने से डाल्फिन के व्यवहार का अध्ययन किया जा सकेगा। राष्ट्रीय डॉल्फिन अनुसंधान केन्द्र का निर्माण कार्य अंतिम चरण में है। जब इस केन्द्र का संचालन शुरू हो जाएगा तो यह केंद्र गंगा डॉल्फिन के संरक्षण और अध्ययन में अपना महत्वपूर्ण योगदान देगा।
निरीक्षण के दौरान वित्त, वाणिज्यकर एवं संसदीय कार्य मंत्री विजय कुमार चौधरी, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार, मुख्यमंत्री के सचिव अनुपम कुमार, पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग की सचिव बंदना प्रेयसी, भवन निर्माण विभाग के सचिव एवं प्रमंडलीय आयुक्त कुमार रवि, मुख्यमंत्री के विशेष कार्य पदाधिकारी गोपाल सिंह, पटना के जिलाधिकारी चंद्रशेखर सिंह, पटना के वरीय पुलिस अधीक्षक राजीव मिश्रा सहित अन्य वरीय अधिकारी उपस्थित थे।
अविनाश सिंह की रिपोर्ट