1932 का खतियान की बात करने वालों की सरकार में जेपीएससी का चेयरमैन खतियानी क्यों?
Ranchi-भाजपा विधायक और पूर्व विधानसभा अध्यक्ष सीपी सिंह ने विधान सभा में बजट पर बोलते हुए सरकार पर जोरदार हमला बोला है, सीपी सिंह ने कहा कि यह अबुआ दिशोम अबुआ राज नहीं बल्कि अबुआ दिशोम बबुआ राज है.
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मोरहाबादी मैदान में एक दुकानदार के पिता के द्वारा फांसी लगाने के सवाल पर कहा कि वह वीआईपी इलाका, सभी अधिकारी इसी इलाके में रहते हैं, लेकिन यह एरिया भी सुरक्षित नहीं रहा.
दिन दहाड़े गोली चलाई जा रही, अपराधियों का तांडव मचा है. लेकिन इसकी सजा दुकानदारों को दिया जा रही है, उनके दुकान बंद करवा दिए गए, आर्थिक तंगी के कारण दुकानदार ने आत्महत्या कर ली.
सरकार 1932 के खतियान की बात करती है, लेकिन जेपीएससी का चेयरमैन तो 1932 का खतियानी नहीं है.राज्य में बालू का अवैध उत्खनन, ट्रांसफर पोस्टिंग का खेल चल रहा है. लूट, हत्या, अपहरण और दुष्कर्म की घटनाएं हो रही है.
कोरोना काल में तबाही मची थी, लेकिन सरकार इस पर कंट्रोल करने में विफल रही. सरकार पूरी तरह युवा विरोधी सरकार है. सरकार का दावा पांच लाख का नौकरी देने का था, लेकिन कहां है नौकरी.
युवा मुख्यमंत्री अपने 26 माह में एक नियोजन नीति नहीं बना सके. विधान सभा में नमाज कक्ष का आवंटन कर सरकार तुष्टिकरण की प्रकाष्ठा कर रही है.
सरकार पत्थलगढ़ी के मामले को वापस ले रही है, हिंदी को हटाकर उर्दू को शामिल किया जा रहा है. एक समुदाय विशेष के द्वारा स्व घोषित हलफनामा देकर जाति प्रमाण पत्र निर्गत किया जा रहा है.
आदिवासियों के नाम पर सिर्फ राजनीति की जा रही है,आदिवासियों की जमीन की सबसे अधिक किसने की सरकार को इसकी लिस्ट जारी करनी चाहिए. 82 विद्यायकों जमीन की लूट की है. अपने 26 महीने के कार्यकाल में सरकार नाकाम रही है.
रिपोर्ट- मदन