Ranchi- झारखंड की एक आदिवासी लड़की 24 वर्षीय रिया तिर्की फेमिना मिस इंडिया बनने की ओर अग्रसर है. रिया तिर्की ने कहा है कि मां की कड़ी मेहनत ने उसके व्यक्तिव को निखारने का काम किया है. वह इस मंच का उपयोग आदिवासी समाज का उत्थान और देश को मजबूत करने में करना चाहती है.
राजधानी रांची के विवेकानंद स्कूल की पूर्व छात्रा रिया तिर्की को जानवरों से बेहद प्यार है. वह मात्र पांच वर्ष से वह जानवरों को बचाने के मुहिम से जुड़ी हुई है. रिया तिर्की खुद को ज्ञान, यथार्थ और हास्य का मिश्रण बतलाती है.

रिया कहती है कि अलग झारखंड राज्य के निर्माण के बावजूद यहां का आदिवासी समुदाय अपनी प्रगति और पहचान को स्थापित नहीं कर पाये. हालत यह रही कि आदिवासी होने के कारण स्कूल में प्रवेश पाने में भी समस्या आयी. इसी घटना ने मुझे कुछ अलग करने के लिए प्रेरित किया. झारखंड का प्रतिनिधित्व करने वाली पहली आदिवासी लड़की होना आदिवासी समुदाय के लिए एक बड़ी उपलब्धि है.
वह अपने इस कदम से अगली पीढ़ी को प्रेरित आदिवासी समुदाय के जीवन और बदलाव लाना चाहती है यही कारण है कि वह फेमिना मिस इंडिया 2022 की राष्ट्रीय प्रतियोगिता में भाग में भाग ले रही है.
रिया तिर्की की इस सफलता पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने बधाई देते हुए लिखा है कि यह झारखंड के लिए बेहद सौभाग्य की बात है.
