पटना : बिहार के कृषि विभाग ने किसानों को लेकर एक बड़ा निर्णय लिया है। घोरप्रस और जंगली सूअर लगातार किसानों की फसल को बर्बाद कर रहे हैं। इसको लेकर वन पर्यावरण विभाग, पंचायती राज विभाग, कृषि विभाग और गृह विभाग ने एसआईटी बना दी है। इन जानवरों के खिलाफ कृषि विभाग एक बड़ी रणनीति बना रहा है।
कृषि विभाग द्वारा सूचना एवं जनसंपर्क विभाग के सहयोग से सूचना भवन के संवाद कक्ष में कृषि विभाग के कार्यक्रम और उपलब्धि को लेकर प्रेस कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया गया। प्रेस कॉन्फ्रेंस में कृषि मंत्री मंगल पांडे, सचिव कृषि विभाग संजय कुमार अग्रवाल और कृषि निदेशक मुकेश अग्रवाल मौजूद रहे। इस दौरान मंगल पांडे ने बताया कि इस वर्ष धान का कुल अच्छादन (रोपाई ) 36.54 लाख हेक्टेयर, मक्का का 2.93 लाख हैक्टेयर, अरहर 0.56 लाख हेक्टेयर, मूंग 0.70 लाख हेक्टेयर, जबकि मोटे अनाज में बाजरा का 0.15 लाख हेक्टेयर, ज्वार का 0.16 लाख हेक्टेयर, महुआ 0.29 लाख हेक्टेयर और अन्य दलहन का 0.11 लाख हेक्टेयर क्षेत्र का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।
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कृषि मंत्री मंगल पांडे ने बताया कि लक्ष्य के अनुरूप अभी तक धान का अच्छादन 29,68,834 हेक्टेयर (80.55 प्रतिशत), मक्का का 2,73,185 ( 91.74 प्रतिशत), अरहर का 52,135 हैक्टेयर (92.60 प्रतिशत), मूंग का 12,699 हैक्टेयर (74.55 प्रतिशत), बाजरा का 10,041 हेक्टेयर (63.10 प्रतिशत), ज्वार का 15,697 हैक्टेयर (93.59 प्रतिशत), महुआ का 22,309 हैक्टेयर (72.90 प्रतिशत) और अन्य दलहन का 7824 हैक्टेयर (68.16) प्रतिशत है।
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विवेक रंजन की रिपोर्ट